Ashok Kumar
जमशेदरपुर : पश्चिम बंगाल के खेमासुली रेलवे स्टेशन पर बेमियादी रेल चक्का जाम कर दिये जाने से रेलवे को प्रतिदिन 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का नुकसान हो रहा है. रविवार की बात करें तो रेल चक्का जाम का पांचवा दिन है. शनिवार की देर रात से ही रेल चक्का जाम को हटवाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों को समाचार लिखे जाने तक सफलता नहीं मिल सकी है.
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समाधान नहीं होने पर फूट सकता है यात्रियों का जनाक्रोश
जिस तरह से पिछले पांच दिनों से खेलसुली रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम किया जा रहा है उससे रेल यात्रियों का आक्रोश दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है. ऐसी घड़ी में रेल यात्रियों का जनाक्रोश कभी भी फूट सकता है. इस दौरान अनहोनी घटना घटित होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
आदिवासी संगठन भी साधे हुये हैं चुप्पी
कुड़मी को आदिवासी का दर्जा देने की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से चल रहे रेल चक्का जाम को लेकर अबतक आदिवासी संगठन के लोग भी चुप्पी साधे हुये हैं. उन्हें भी इस दिशा में पहल करने की जरूरत है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार इस मामले में इस कारण से चुप है क्योंकि मामला बंगाल सरकार की है. मामले में सीएम ममता बनर्जी को पहल करनी चाहिये.
चक्रधरपुर मंडल में 7 दिन में 65 लाख से ज्यादा रुपये रिफंड
रेल चक्का जाम के कारण रेलवे की ओर से ट्रेनों को रद्द किये जाने के कारण सभी यात्रियों के टिकट के रुपये भी रिफंड किये जा रहे हैं. एक सप्ताह की बात करें तो टाटानगर रेलवे स्टेशन से 20 लाख से भी ज्यादा टिकट रिफंड किये गये हैं. इसी तरह से चक्रधरपुर स्टेशन के करीब छह लाख रुपये, राउरकेला स्टेशन के करीब 12 लाख रुपये और झारसुगुड़ा स्टेशन से करीब 5 लाख रुपये का टिकट रिफंड किया गया है.
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