जमशेदपुर : जिला परिवहन कार्यालय की ओर से सोमवार को सुरक्षा पर एक समिनार का आयोजन किया गया। रर्वंद्रनाथ टैगोर भवन में एक माह तक चलने वाले इस सेमिनार का उद्घाटन जिले के डीसी सूरज कुमार और एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन ने दीप जलाकर किया। सेमिनार में डीसी सूरज कुमार ने कहा कि सड़क पर चलते समय सुरक्षा नियमों पर ध्यान देना चाहिए। जिनके घर में दुर्घटना होती है वही जानते हैं कि दुर्घटनाएं कितनी खतरनाक होती है। सड़क पर चलते समय छोटी सी चूक भी एक बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। डीसी ने अपने एक दोस्त की कहानी बताकर भी लोगों को इस दिशा में प्रेरित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि उनका एक दोस्त साढ़े 4 लाख की नौकरी छोड़कर आइएस ज्वाइन किया था। ट्रेनिंग के दौरान ही वह सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया था।
बाइक राइडिंग में होती हैं ज्यादातर दुर्घटनाएं
डीसी ने कहा कि बाइक राइडिंग में ही ज्यादातर दुर्घटनाएं होती है। पिछले साल देश में साढ़े चार लाख दुर्घटनाएं हुई थी। इसमें डेढ़ लाख लोगों की मौत हो गई थी। इसमें बाइक दुर्घटना में 69 प्रतिशत लोगों की मौत होती है। मरने वाले की उम्र 16 से 20 साल ही होती है।
दुर्घटना के बाद आम लोग करें मदद
एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन ने कहा कि अगर सड़क दुर्घटना होती है और कोई रास्ते में मदद की अपेक्षा कर रहा है तो उनकी मदद को आगे आना चाहिए। आज हाई कोर्ट का आदेश है कि अगर कोई दुर्घटना में मदद करता है तो उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा। उसका एक घंटा काफी महत्वपूर्ण होता है। मदद करने वाले लोगों को पुलिस भी परेशान नहीं करेगी और अस्पताल की ओर से भी नाम और मोबाइल नंबर नोट नहीं किया जाएगा। एसएसपी ने कहा कि दुर्घटनाएं बोल कर नहीं आती है। इसके लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करना अत्यंत जरूरी है।