जमशेदपुर : सर्वदलीय जन एकता मंच के संयोजक संजीव आचार्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल डीसी अनन्य मित्तल से मिला और उनका अभिनंदन किया गया. इसके बाद एक स्मार पत्र भी सौंपा गया. इसमें कहा गया है कि डीसी साहब आखिर किसके आदेश पर केडी फ्लैट मेन रोड और पैरलल आउटर सर्किल रोड को बंद कर दिया गया है.
डीसी से कहा गया है कि बंद की गई सड़कें 100 साल पुरानी है. एक व्यक्ति विशेष को सुविधा दिलाने के एवज में सार्वजनिक रोड-रास्ता को बंद कर सौंदर्यकरण (रोड-रास्ता चैड़ीकरण) के नाम पर गरीबों को उजाड़ने, हजारों पेड़ों को काटने, जमशेदपुर वासियों के प्राप्त नागरिक सुविधा को छिनने का प्रयास करने, जनता को संविधान के द्वारा प्राप्त तीसरे मत के अधिकार को छिनने, स्थानीय सरकार को चुनने का संवैधानिक अधिकार को छिनने की साजिश करने संबंधी मांगें शामिल हैं.
आखिर किसके आदेश पर उजड़ रहा जमशेदजी नसरवानजी टाटा के सपनों का शहर
संयोजक संजीव आर्चाय ने कहा है कि जमशेदपुर के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा के सपनों का शहर किसके आदेश से साजिश के तहत उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है? किसके आदेश से रातोंरात गेट लगाकर बाउंड्री वॉल कर बंद कर दिया गया है? सौंदर्यीकरण (रोड, रास्ता चैड़ीकरण) के नाम पर कदमा, सोनारी, मानगो, डिमना, साकची, बिष्टूपुर सहित शहर के प्रत्येक स्थान के गरीबों, दुकानदारों को उजाड़ा गया है.
बिना सूचना स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया
कहा गया है कि बिना सूचना के ही स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया. जिस मैदान में बच्चे खेलते थे उसे भी छीन लिया गया. शिक्षा-स्वास्थ्य और पीने का पानी का भी व्यापरीकरण कर दिया गया. 100 साल से भी ज्यादा पुराने क्वार्टरों को खंडहर खाना बनाकर शराब और जुए का अड्डा बनाया जा रहा है.
गुलाम बनाना चाहती है टाटा कंपनी?
संजीव आचार्यका कहना है कि क्या टाटा कंपनी के वर्तमान अधिकारी ईस्ट इंडिया कंपनी के तहत जमशेदपुर वासियों को गुलाम बनाना चाहती है? नागरिक सुविधाओं के नाम पर अनैतिक ढंग से कुछ विशेष और खास व्यक्तियों को सुविधा (क्वार्टर, बंगला) दी जा रही है. उसकी जांच होनी चाहिए. जनप्रतिनिधियों को सुविधा देने के इमेज में रोड रास्ता को बंद किया जा रहा है.
संज्ञान में लें अन्यथा आंदोलन
संज्ञान लेकर एक पखवाड़े के भीतर उचित कानूनी कार्रवाई करने की कृपा करें अन्यथा आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे.
ये थे मौजूद
सर्वदलीय जन एकता मंच के मुख्य रूप से विष्णु भगवान पाठक, सुरेश दत्त पांडे जी, जेपी आंदोलनकारी सह पूर्व छात्र नेता योगेश शर्मा, विनोद डे, विकास कुमार, प्रमोद कुमार सिंह, सौरभ चटर्जी, भगवत मुखर्जी, सुखविंदर सिंह, हरमन सिंह, मनदीप सिंह, शाहिद खान, सपन रॉय, प्रियजीत कौर, प्रमोद गोप, कन्हैया पांडे, बीबी पाठक, विकास कुमार, एचडी पांडे, संदीप शर्मा, जुनैद खान, मूसीन खान, हाजि मोहम्मद मोहसिन, प्रमोद कुमार सिंह, कृष्ण बनर्जी, सोमनाथ बनर्जी, मुकेश सिंह, सुशांत कुमार, अभिषेक शर्मा, लकी खान, संजय सिंह, अनुपम भट्टाचार्य, विवेक महतो, कार्तिक मुंडा, राजेश गोप, अजय माझी, जितेंद्र महतो, आकाश तारा, लव सिंह, राजू सिंह, नीलू सिंह, सुप्रियो शाह, गुरमीत सिंह, अरुण पांडे, सुनील सिंह, मनदीप सिंह, हरमन सिंह, जितेंद्र प्रमाणिक, रिशु गुप्ता, सौरभ सिंह, विकास सिंह, आशीष पात्रो, आसिफ खान,नावेद अंसारी, शाकिब खान, वसीम शेख, गुफरान खान, मोहम्मद तनवीर, मोहम्मद रकीब, मोहम्मद जुनेद, मोहम्मद तौसीफ, नवाब खान आदि मौजूद थे.