Chakradharpur : पश्चिम सिंहभूम के चक्रधरपुर-खरसावां मुख्य मार्ग पर कियाडपत्ता गांव के जंगल में चक्रधरपुर के चांदमारी निवासी 40 वर्षीय रितेश गुप्ता का शव मिलने से सनसनी फैल गयी है. रितेश गुप्ता का शव संदेहास्पद परिस्थिति में प्लास्टिक की रस्सी से फंदे से झूलता हुआ मिला है. खास बात यह है कि फंदे से झूल रहा रितेश के शव के पैर भी रस्सी से बंधे हुए हैं. रितेश का बैग, जूता उसके बाइक की चाबी सहित अन्य सामान भी उसके शव के सामने बिखरा पड़ा हुआ है. शव को देखे जाने से साफ प्रतीत होता है कि रितेश की हत्या कर उसके शव को पेड़ पर फंदे से टांग दिया है और साक्ष्य छिपाने के लिए इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है. गुरूवार की सुबह शव मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है.
दरअसल एक दिन पहले बुधवार की शाम रितेश गुप्ता की बाइक चक्रधरपुर-खरसावां मुख्य मार्ग के कियाडपत्ता गांव के सड़क के किनारे लावारिश हालत में खड़ा पाया गया था. समाजसेवी सिकंदर जामुदा ने इसकी जानकारी सोशल मिडिया से फैलाई थी. उसके बाद रात को जानकारी मिली थी कि यह बाइक चक्रधरपुर के चांदमारी निवासी रितेश गुप्ता की है और वह बुधवार दोपहर से लापता है. इधर रितेश गुप्ता की भी खोजबीन तेज हो गयी थी. इसी दरम्यान गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने जंगल के अंदर पेड़ पर लटकता युवक का शव देखा. इसकी जानकारी सिकंदर जामुदा को मिली तो वे भी घटना स्थल पहुंचे और अज्ञात शव पाए जाने की सुचना मुफ्फसिल थाना और मीडिया को दी गयी. (नीचे भी पढ़ें)
इधर अज्ञात शव पाए जाने की सूचना पर रितेश के घरवाले भी घटना स्थल पहुंचे. घरवालों ने शव की पहचान रितेश गुप्ता के रूप में की. उसकी बाइक सड़क किनारे खड़ी थी और वह बुधवार से लापता था. घरवालों ने बताया की चक्रधरपुर शहर के चांदमारी निवासी मृतक रितेश गुप्ता चक्रधरपुर के रूपराज स्टोर का कर्मचारी था. रितेश गुप्ता के छोटे भाई दिनेश गुप्ता ने बताया की बुधवार को घरवालों को रितेश यह कहकर निकला था की वह बड़ाबांबो लक्ष्मी स्टोर तगादा करने जा रहा है. इसके बाद देर शाम तक वह घर नहीं लौटा था. इससे घरवाले परेशान थे. उसके बाद उसकी बाइक लावारिश हालत में खरसावां रोड पर पर सड़क किनारे मिलने की भी सूचना परिवार वालों को मिली थी, जिससे परिवार वाले और परेशान थे. घरवालों ने रितेश के फोन पर कॉल भी किया था, लेकिन फोन को किसी अनजान व्यक्ति ने उठाया और दो बार हेलो हेलो बोलकर उसने फोन को काट दिया.
गुरुवार की सुबह रितेश गुप्ता का शव चक्रधरपुर-खरसावां मुख्य मार्ग कियाडपत्ता गांव के पास 700 फीट दूर जंगल में मिला, जबकि रितेश गुप्ता की बाइक खरसावां रोड पर लावारिस हालत में पड़ा था. शव पाए जाने की सुचना मिलने के बाद मुफ्फसिल थाना प्रभारी रंजित उरांव घटना स्थल पहुंचे और सबसे पहले रितेश की लावारिश पड़े बाइक को कब्जे में ले लिया. इसके बाद पुलिस जैसे ही रितेश के शव को पेड़ से उतारने की कोशिश की तो उन्हें परिजनों का विरोध का सामना करना पड़ा. परिजनों ने रितेश की मौत को हत्या बताते हुए इसकी ठोस रूप से जांच की मांग की. परिजनों ने रितेश की हत्या के संबंध में वैज्ञानिक तरीके से जांच कर साक्ष्य जुटाने की अपील की और जल्द से जल्द हत्या आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की भी मांग की. परिजनों ने तब तक शव उतारने से मना कर दिया जब तक डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम घटना स्थल पर नहीं पहुंच जाती है. जिसके बाद डॉग स्क्वायड को सुचना दी गयी. डॉग स्क्वायड नहीं पहुंचने तक रितेश के शव को पेड़ से उतारा नहीं गया है. (नीचे भी पढ़ें)