चक्रधरपुर : चक्रधरपुर व बंदगांव प्रखंड के सुरबुडा, केरा व भालुपानी पंचायत के 15 हजार ग्रामीण पिछले 20 वर्षों से जानुमबेडा-केरा ब्राह्मणी नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर ग्रामीण कई बार जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को पत्र भी सौंप चुके हैं. ग्रामीणों को केवल आश्वासन मिल रहा है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने जानुमबेडा गांव में केरा गांव के मुंडा माटु हेंब्रम की अध्यक्षता में ग्रामसभा का आयोजन किया. इसमें मुख्य रूप से सुरबुडा पंचायत के मुखिया जंगल सिंह गागराई मौजूद थे. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि पिछले 20 सालों से जानुमबेडा-केरा ब्राह्मणी नदी पर पुल निर्माण की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. बावजूद जिला प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं.
बारिश में प्रखंड मुख्यालय से कट जाते हैं लोग
पुल निर्माण नहीं होने के कारण ग्रामीणों को प्रखंड कार्यालय पहुंचने में 22 से 25 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ रही है. इतना ही नहीं बारिश के मौसम में ग्रामीण प्रखंड मुख्यालय से कट जाते हैं. जानुमबेडा-केरा के बीच ब्राह्मणी नदी पर पुल बनने से तीन पंचायत सुरबुडा, केरा व भालुपानी पंचायत के जानुमबेडा, पटणा, रांसीपता, पेटेईकीर, तिलोपोदा, बुरुडीहा, बाइसाई, रोटोपोली, डोमरा, ढ़ीपासाई, मसुरीबाई, लालबाजार, सारूगाडा, कुचारूंग, चिंगिदा, तोतकोरा के करीब 15 हजार ग्रामीणों को लाभ मिलेगा. ग्रामीण आसानी से प्रखंड मुख्यालय पहुंच सकेंगे.
कई बार बना डीपीआर
ग्रामीणों ने कहा कि पुल निर्माण को लेकर तीन बार संबंधित विभाग के इंजीनियर द्वारा मिट्टी जांच एवं डीपीआर तैयार किया गया. बावजूद पुल का निर्माण नहीं हुआ. ग्रामीणों ने कहा कि ब्राह्मणी नदी पर पुल निर्माण नहीं होने से आने वाले सभी चुनाव में ग्रामीण वोट बहिष्कार करेंगे. मौके पर मुंडा सुखलाल बोदरा, जोन गागराई, जयपाल गागराई, सीताराम गागराई, सुरेश केराई समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.