ईचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के नव प्राथमिक विद्यालय हरतालडीह में संयोजिका व रसोईया को हटाने का मांग उठने लगी है. महिलाओं ने बैठक कर विद्यालय के संयोजिका और रसोईया को हटाने का मांग करने का निर्णय लिया. एक अक्टूबर को मध्यान्ह भोजन की दाल में छिपकली मिलने से 6 बच्चे बीमार हो गया थे. बच्चों का इलाज कराने के बाद खतरे से बाहर है.
अभिभावक ही करेंगे चयन
ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि इस तरह से लापरवाही से बच्चों की तबियत बिगड़ी. बच्चों के माता में से ही किसी को संयोजिका व रसोईया का चयन किया जाएगा. इस संबंध में वरीय पदाधिकारी को लिखित शिकायत करने पर चर्चा की गई. बताया गया कि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी भी जांच में आए थे. उन्होंने भी मध्याह्न भोजन बनाने में लापरवाही के लिए फटकार लगाई.
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बीमार बच्चे की मां कर्मी महतो ने कहा कि इस तरह से मध्यान्ह भोजन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ऐसी घटना पहले भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जो बच्चे स्कूल में अध्यनरत हैं. ऐसे माता को ही संयोजिका व रसोईया बनाया जाए.
प्रधानाध्यापक ने की थी पहल
प्रधानाध्यापक लक्ष्मी नारायण महतो ने कहा कि उस दिन वह विभागीय कार्य से बाहर गए थे. आने के बाद बच्चों को सिल्ली ले जाकर इलाज कराया. जहां चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि छिपकली का कोई जहर नहीं है. मध्यान्ह भोजन में छिपकली का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है. महिलाओं ने जल्द जल्द दोनों को पद मुक्त करने की मांग की है.