जमशेदपुर : मानगो के उलीडीह, कालिकानगर, डिमना बस्ती समेत अन्य कई बस्तियों में नगर निगम का गठन करने का विरोध संयुक्त ग्रामसभा संघर्ष समिति की ओर से मंगलवार को की गई है। इसको लेकर जिले को ज्ञापन सौंपा गया और कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया गया। प्रदर्शन के माध्यम से कहा गया है कि पूरी जमीन ही आदिवासियों की है।
आदिवासियों की जमीन पर बसी है मानगो
समिति के नेता डेमका सोय ने कहा कि पूरी मानगो की आबादी आदिवासियों की जमीन पर बसी हुई है। किसी के पास भी जमीन का खतियान नहीं है। इसकी जांच की जा सकती है। पूरी मानगो में सीएनटी एक्ट का उलंघन हुआ है। इस पूरे मामले को टीएसी को देखना चाहिए। जवाहरनगर, कालिकानगर, पारडीह आदि ईलाका भी आदिवासियों की जमीन पर बसी हुई है।
नया नगर निगम का कोई कानून नहीं
आज नया नगर निगम बनाने का कोई भी कानून पारित नहीं किया गया है। आदिवासी बहूल क्षेत्रों में आदिवासियों का स्वशासन व्यवस्था लागू होनी चाहिए। डेमका सोय ने जिला प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि वे कैसे आदिवासियों की जमीन वाले ईलाके को नगर निगम घोषित कर सकते हैं।