JHARKHAND WEATHER : झारखंड मौसम विभाग का कहना है कि 21 जून को ही संताल परगना के रास्ते झारखंड में मॉनसून प्रवेश कर चुका है, बावजूद झारखंड के लोग बारिश को तरस रहे हैं. मौसम विभाग इसका कारण यह बता रहा है कि मॉनसून बेहद कमजोर है. 65 फीसदी पर मॉनसून है. ऐसे में जोर पकड़ने में अभी समय लग सकता है.
आमतौर पर देखा जाए तो मॉनसून जुलाई के पहले सप्ताह में ही प्रवेश करता था, लेकिन इस बार अर्से बाद ऐसा हुआ है जब मॉनसून 15 दिनों पूर्व ही प्रवेश कर चुका है.
पाकुड़-साहिबगंज तक ही सीमित है मॉनसूनी बारिश
मॉनसूनी बारिश की बात करें तो झारखंड में सिर्फ पाकुड़ और साहिबगंज तक ही सीमित है. राज्य के बाकी भागों में भी बारिश होगी, लेकिन कबतक होगी कहना मुश्किल है. वैसे मौसम विभाग रोज पूर्वानुमान में बारिश होने की आशंका व्यक्त करती है, लेकिन नतिजा ढाक के तीन पात ही निकलता है.