रांची : झारखंड में साइबर क्राइम से निपटने के लिए राज्य सरकार ने झारखंड पुलिस को बड़ी सुविधा मुहैया कराई है. जो साइबर क्राइम कंट्रोल और अपराधियों की गिरफ्तारी में सबसे अहम रोल अदा कर रही है. इसका रिजल्ट भी पॉजिटिव दिख रहा है. वर्तमान समय में साइबर क्राइम के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी तेज है. वर्ष 2024 के साइबर क्राइम के आंकड़े और क्रिमिनल्स के अरेस्टिंग के आंकड़ों पर नजर डालें तो पुलिस को अच्छी सफलता मिली है.
2024 में 1295 मामले दर्ज
वर्ष 2024 में अबतक साईबर अपराध से संबंधित कुल 1295 कांड सामने आए थे. इन कांडो में कुल 971 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से 2,118 मोबाईल फोन, 2905 सिम कार्ड, 606 एटीएम कार्ड, 165 अलग-अलग बैंको के पासबुक बरामद किए गए. 45 अलग-अलग बैंको के चेकबुक, 52 लैपटॉप,12 चार पहिया वाहन, 70 अन्य वाहन जब्त किए गए.
प्रतिबिम्ब एप से 274 कांड दर्ज
कुल 8,17,84,714 (आठ करोड़ सतरह लाख चौरासी हजार सात सौ चौदह) रूपये नगद बरामद किए गए. 77,20,513 (सतहत्तर लाख बीस हजार पाँच सौ तेरह) रुपये फ्रिज किये गये. साईबर अपराध की रोकथाम के लिए प्रतिबिम्ब एप के सार्थक प्रयोग से 274 कांड सामने आए. इन कांडो में कुल 898 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. कुल 2501 सिम कार्ड, 1774 मोबाईल फोन बरामद किए गए. इसके अलावा कुल 66.43 करोड़ रुपये फ्रीज किया गया. 3,27,93,077 (तीन करोड़ सताईस लाख तिरानवे हजार सतहत्तर) रुपये पीड़ित को उपलब्ध कराई गई.
डीजीपी ने क्या कहा
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि साइबर क्राइम के खिलाफ झारखंड पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसमें तेजी लाने के मकसद से झारखंड पुलिस को सरकार ने एक बड़ा तोहफा भी दिया है. इसका फायदा साइबर क्राइम के खिलाफ मिल रहा है. पहले जहां साइबर क्रिमिनल्स की लोकेशन मिलने के बावजूद क्रिमिनल्स पुलिस की पहुंच से दूर निकल जाते थे. अब इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर्स को बाई फ्लाइट आने-जाने की सुविधा मिलने से क्रिमिनल्स को समय पर पकड़ना आसान होगा.