जमशेदपुर : बारिडीह गोलचक्कर से एक जुलाई को पत्थलगड़ी को उखाड़कर जब्तकर लेकर जाने के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे बिरसा सेना के दिनकर कच्छप की हालत दूसरे दिन बिगड़ गयी. इसके बाद उन्हें इलाज के लिये एमजीएम अस्पताल में सोमवार को भर्ती कराया गया है. बिरसा सेना के लोगों का कहना है कि भूख का सोमवार को दूसरा दिन है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने अभी तक उनकी सुधि नहीं ली है.
कोंका कमार के नाम से बिरसा सेना और ग्रामसभा की संयुक्त मौजूदगी में की गयी पत्थलगड़ी को उखाड़कर जब्त किये जाने के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे बलराम कर्मकार ने कहा कि जिला प्रशासन ने पत्थलगड़ी उखाड़कर आदिवासी परंपरा के साथ खिलवाड़ किया है. इसके लिए जिला प्रशासन को माफ़ी मांगना होगी. बिरसा सेना जिला प्रशासन को मंगलवार तक का समय देती है. पत्थलगड़ी को उसी स्थान पर गाड़ा जाये. नहीं तो बिरसा उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जायगा.