चाईबासा।
हाईवा ऑनर्स एसोसिएशन पश्चिम सिंहभूम ने पोड़ाहाट अनुमंडल पदाधिकारी रीना हांसदा को एक मांगपत्र सौंप कर अपनी विभिन्न समस्याओं के निदान की मांग की गई। एसडीओ से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधि मंडल में एसोसिएशन के अध्यक्ष काबू दत्ता, उपाध्यक्ष राकेश शर्मा उर्फ बबलू, सचिव बसंत प्रसाद आदि ने किया। पत्र में कहा है कि चक्रधरपुर में हाईवा चलाना बहुत ही मुश्किल हो गया है, चुंकी चक्रधरपुर में न ही कोई स्टोन क्रेसर ना ही प्लांट और ना ही कोई बालू घाट है।
जिसके कारण काफी दूर से गृह निर्माण एवं सरकारी योजनाओं की सामग्री हाईवा द्वारा लाया जाता है। स्टोन चिप्स सरायकेला एवं चाईबासा से उपलब्ध हो जाती है, बालू के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। इसका मुख्य कारण यह है कि पिछले पांच वर्षों से कोल्हान में किसी भी घाट का टेंडर नहीं हुआ है, जिसके कारण ओड़िशा एवं बंगाल से बालु लाना पड़ता है। जिससे विकास / सरकारी योजनाएं भी चलती है और यहां के कामगारों को काम भी मिलता है।
चक्रधरपुर में ऐसे बहुत से मजदुर एवं गाड़ी मालिक इसी कार्य पर निर्भर है, जिससे गाड़ी मालिक किस्तों में हाईवा को लेकर अपना एवं अपना परिवार का जीवन यापन कर रहे है। काम नहीं होने के कारण पिछले कई महीनों से किस्त भी नहीं दे पा रहे है। स्थिति दिन पर दिन दयनीय होती जा रही है। पिछले कुछ दिनों से गाड़ियों की जांच की जा रही है। जिससे सभी गाड़ी मालिक डरे हुए है कि गाड़ी को किस तरह से चलाया जाए। एसोसिएशन की बातों को सुनने के बाद एसडीओ रीना हांसदा ने कहा कि जांच से घबराने की जरुरत नहीं है। ना ही किसी तरह का भय का माहौल बनाने की कोशिश है।
लेकिन खनन सामग्री बालू, गिट्टी आदि की ढुलाई में चालान का रहना जरुरी है। जहां तक ओड़िशा, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों से जो खनन की सामग्री लाए जा रहे हैं, उससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वहां का चालान होना चाहिए। एसडीओ ने कहा कि गाड़ियों को नियम संगत चलाने से किसी तरह की समस्या नहीं है। लेकिन ओवर लोड चलाना गलत है।ओवरलोड सामग्री की ढुलाई नहीं करें। वहीं सड़क किनारे हाईवा के खड़े रखने से कार्रवाई की जहां तक बात है, उससे भी कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अस्पताल के समीप अवैध पार्क नहीं करें। कहीं भी सड़क किनारे गाड़ी खड़ा कर सकतें, जहां आवागमन में समस्या नहीं हो। इधर, एसडीओ की बातों से एसोसिएशन काफी संतुष्ट हुए। मौके पर सौरभ अग्रवाल, सागर साहू, मनमीत सिंह आदि मौजूद थे।