चक्रधरपुर : चक्रधरपुर के लिए 13 अक्टूबर का दिन शक्ति और मां दुर्गे की उपासना करने वालों के लिए दुख और तकलीफ का दिन रहा. इस दिन चक्रधरपुर के 21 पूजा पंडाल कमेटी मां दुर्गे की प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं कर पाए. जो प्रतिमाएं पंडाल से निकली भी वो प्रतिमाएं नदी घाट तक नहीं पहुंच पायी. पुलिस के द्वारा साउंड सिस्टम को पकड़ लिए जाने के बाद विवाद को खत्म करने में प्रशासन नाकाम रही. नतीजा यह हुआ की रात 9 बजे प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ. केवल दो प्रतिमाओं का ही विसर्जन हो सका.
बाजार और दुकानें रहीं बंद
चक्रधरपुर की सडकों पर मां दुर्गे की प्रतिमाएं खड़ी थी. मां की प्रतिमाओं को सड़क पर खड़ी देख लोगों के मन में भारी दुख और हृदय व्यथित था. लोगों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा और मन में करुण भाव इतना था कि पूरा चक्रधरपुर आज बंद है. एक अघोषित बंद की तरह बाजार-दूकान सब बंद है. पूरा चक्रधरपुर मायूस है. आज तक चक्रधरपुर में ऐसा कभी नहीं हुआ जब प्रतिमाओं का विसर्जन बीच रास्ते में रुक गया. मां की प्रतिमाओं के विसर्जन में आई बाधा ने सभी के मन को गहरी ठेंस पहुंचाई है. यह दर्द का अहसास हर पूजा कमेटी और श्रद्धालु आज महसूस कर रहा है. लोग बस यही कह रहे हैं की आज उनकी मां सड़क पर रात से खड़ी है, हम उन्हें हर्षोल्लास के साथ विदा नहीं कर पाए.
कमेटी ने श्रद्धालुओं से मांगी माफी
बहरहाल इन सबके बीच प्रशासन ने आज फिर चक्रधरपुर के तमाम पूजा कमेटी के पादाधिकारियों से सुबह बैठक की है. इस बैठक में चक्रधरपुर की एसडीओ श्रुति राजलक्ष्मी, एसडीपीओ लालिन कुमार मरांडी और चाईबासा एएसपी पारस राणा मौजूद थे. सभी की मौजूदगी में सोमवार शाम को हर्षोल्लास के साथ पुरे भक्ति भावना के साथ मां की प्रतिमाओं को उसी तरह विसर्जित करने का निर्णय लिया गया. जैसा की पिछले वर्षों में होता आया है. मां के प्रतिमाओं को विसर्जित नहीं कर पाने के लिए सभी पूजा कमेटियों ने श्रद्धालुओं से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी है.
वार्ता के बाद सोमवार को हुआ विसर्जन
कमेटी के पदाधिकारियों का का कहना है की जो घटना रविवार को घटी ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो. इसपर प्रशासन को विशेष ध्यान देना होगा. सभी पूजा कमेटी ने श्रद्धालुओं से अपील की है की आज सोमवार शाम को धूमधाम से मां दुर्गे की प्रतिमाओं का विसर्जन होगा. इस विसर्जन को देखकर मां के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं को कमेटी के द्वारा आमंत्रण की अपील की गयी है. मां की विदाई में सभी श्रद्धालु भारी संख्या में उनका स्वागत सत्कार और पूजन करें.