पूर्वी सिंहभूम : हाता रामगढ़ आश्रम में बड़े ही श्रद्धा भाव से पांच दिवसीय विष्णु महायज्ञ का आयोजन किया गया था. इसमें 24 पहर हरिनाम संकीर्तन का आयोजन हुआ. आस-पास के दर्जनों गांव के हजारों लोग अखंड नाम संकीर्तन और यज्ञ अनुष्ठान में भाग लेकर पुण्य के भागी बने.
धुएं से शुद्ध होता वातावरण
यज्ञ में उपस्थित दिलीप पांडा व अन्य पंडितों का कहना है कि 5 दिनों तक चलने वाले इस यज्ञ अनुष्ठान में उठने वाले धुएं से पूरा वातावरण शुद्ध होता है. नकारात्मक ऊर्जा का नास हो जाता है. लोग भगवान की भक्ति में लीन हो जाते हैं. यज्ञ के धुएं से अच्छी बारिश होती है और फसल भी अच्छी होती है.
महामारी का नाश होगा
महामारी का नाश हो जाता है. इसी उम्मीद, आशा और विश्वास के साथ सभी लोगों ने भक्ति भाव से यज्ञ अनुष्ठान में भाग लिया. रामायण, महाभारत, कृष्ण लीला, शिव महापुराण आदि भगवान की विभिन्न अवतारों का वर्णन करते हुए भगवान के विभिन्न रूपों की मूर्ति तैयार किया गया था. दर्शन कर लोगों ने अपने आप को धन्य महसूस किया.