Potka : पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड स्थित हेंसलबिल पंचायत के छोटा सिगदी गांव के बीचो बीच ग्राम पूजा के लिए जाहेरथान, लोगों की मृत्यु होने पर शव ले जाने, स्नान एवं कृषि आदि के लिए एक मात्र रास्ता है. लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि आजादी के 77 वर्षों बाद भी इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. इसे लेकर गांव की महिलाएं एवं पुरुष काफी परेशान हैं. इनका कहना है कि इस जर्जर रास्ते से होकर हम सबों को रोज गुजरना पड़ रहा है. कई बार जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारी को इसकी लिखित शिकायत की गई. (नीचे भी पढ़ें)
बावजूद इसके किसी ने भी इस रास्ते के निर्माण के लिए इच्छा जाहिर नहीं की. इसके कारण हम सब विकट परिस्थिति में इस रास्ते पर चलने के लिए विवश है. गांव के मृगाकों मंडल एवं पिथौ माझी ने कहा कि सभी विकास की बात करते हैं, मगर गांव में सही तरीके से विकास नहीं हो पाया. यहां उन सड़कों को प्राथमिकता नहीं दी गई जो गांव की जीवन रेखा है. उससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालत यह है कि ग्रामीणों ने मिलकर कई बार इस आधा किलो मीटर सड़क के निर्माण को लेकर आंदोलन किया. फिर भी किसी की एन नहीं सुनी गई. सड़क ऊपर खाबड़ एवं पथरीला होने से लोगों को चलने फिरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.