Potka : पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड क्षेत्र में धान की फसल समाप्ति के साथ ही जंगली हाथियों का उत्पात बढ़ गया है. यहां जंगल के किनारे रहनेवाले लोगों को खासकर हाथियों के आतंक का सामना करना पड़ रहा है. ताजा मामला चाकड़ी पंचायत के पोड़ाहातु दड़ियाबिल का है, जहां के रहनेवाले श्रीपति सरदार के घर का दरवाजा हाथियों ने तोड़कर दिया. उसके बाद बोरे में रखे धान और गेहूं को घर के बाहर निकाला और उसे सफाचट कर दिया. (नीचे भी पढ़ें)
घटना गुरुवार की रात की है. उस दौरान श्रीपति सरदार का पूरा परिवार बगल के गांव गया था. रात होने पर सारे लोग वहीं ठहर गए. उसी बीच हाथियों ने यह उत्पात मचाया. इस मामले को लेकर मंथला सरदार ने बताया कि वे लोग रात होने के कारण बगल के गांव में ही रह गए थे. उसी बीच जंगली हाथियों ने उनके घर का दरवाजा तोड़कर घर में रखें चार बोरा धान एवं एक बोरा गेहूं को सफाचट कर दिया. (नीचे भी पढ़ें)
साथ ही अनाज को बर्बाद भी किया. मंथला सरदार ने कहा कि इस बार धान की उपज अच्छी हुई थी, जिसे लेकर परिवार के लोग निश्चिंत थे कि अब उन्हें पूरे साल चावल नहीं खरीदना पड़ेगा. बावजूद इसके हाथियों के धान- गेहूं खा जाने से उनके समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. उन्होंने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है.