पूर्वी सिंहभूम : झारखंड में घुसपैठियों को कैसे पनाह दिया जा रहा है इसका उदाहरण तो पूर्वी सिंहभूम जिले के साथ-साथ अन्य कई जिलों से भी सामने आ रहा है. इस जिले की बात करें तो घुसपैठियों को बसाने के लिए कागज पर नया गांव तक बसाया जा रहा है. इस तरह का मामला हाल ही में घाटशिला के हेंदलजुड़ी पंचायत से सामने आया था. इसी तरह से चाकुलिया में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, लेकिन यहां पर 4000 से भी ज्यादा घुसपैठियों का जन्म प्रमाण पत्र बनकर तैयार हो गया. अब पूरा मामला जांच के दायरे में है, लेकिन किसी अधिकारी को घुसपैठियों का ठिकाना नहीं मिल रहा है. कुछ इसी तरह का एक मामला पोटका के जुड़ी गांव से सामने आया है. इस पंचायत में सिर्फ एक ही मुस्लिम परिवार है, लेकिन उसका नाम मंईयां सम्मान योजना से बाहर है, लेकिन 15 घुसपैठियों का नाम जरूर शामिल है और वे राशि भी उठा रहे हैं. इसी पंचायत में पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार का भी मायका है.
