Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले के मानगो अंचल स्थित बालीगुमा और गोड़गोड़ा गांव के संथाल आदिवासी समुदाय ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने प्रशासन से अपने पारंपरिक श्मशान घाट और पवित्र धार्मिक स्थल “बिदू चांदान जाहेरगढ़” की सुरक्षा की मांग की. इससे संबंधित एक मांगपत्र उपायुक्त को सौंपा गया है. इसमें कहा गया है कि बालीगुमा और गोड़गोड़ा में पारंपरिक माड़घाटी (शमशान घाट) और बिदू चांदान जाहेरगढ़ की भूमि पर मानगो अंचल कार्यालय और नगर निगम कार्यालय का निर्माण प्रस्तावित है. यह संथाल समुदाय की धार्मिक भावना और पारंपरिक धरोहर के लिए आहतकारी है. (नीचे भी पढ़ें)
मांग पत्र में यह भी कहा गया है कि 31 जनवरी 2019 और 6 जनवरी 2024 को बालीगुमा ग्रामसभा द्वारा इस भूमि पर निर्माण के खिलाफ लिखित विरोध किया जा चुका है, और इसके दस्तावेज भी संलग्न किए गए हैं. समुदाय के लोगों का कहना है कि झारखंड सरकार ने इस पवित्र स्थल की सुरक्षा के लिए उचित कदम नहीं उठाए हैं, जबकि यह भूमि संथाल समाज के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की है. संथाल आदिवासी समुदाय ने प्रशासन से अपील की है कि मानगो अंचल कार्यालय और नगर निगम कार्यालय का निर्माण किसी अन्य स्थान पर किया जाए, ताकि उनकी पारंपरिक श्मशान भूमि और धार्मिक स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे.