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टीआईजीपी और द इंटरनेशनल ग्लैमर प्रोजेक्ट प्रस्तुत निर्माता डॉ स्वरूप पुराणिक की वेब सीरीज “जर्नी ऑफ ए क्वीन” का भव्य प्रीमियर नवी मुम्बई के सिनेपोलिस थिएटर में किया गया जहां सीरीज से जुड़े कलाकार और कई अतिथि मौजूद रहे। सभी ने वेब सीरीज को सराहा।
डॉ स्वरूप पुराणिक ने बताया कि हम बहुत उत्साहित हैं, हमारे फर्स्ट सीज़न के पार्टिसिपेंट्स को लेकर हमने यह वेब सीरीज बनाई है। प्रतिभा सब मे होती है मगर अवसर बहुत कम मिलता है। हमारी कोशिश होती है कि इस पेजेंट के माध्यम से हम नई उभरती प्रतिभाओं को मौका दें। प्रीमियर के अवसर पर वेब सीरीज के सभी स्टार कास्ट के अलावा ढेर सारे वीआईपी गेस्ट्स भी आए। हमारे पास 6 हजार एप्लिकेशंस आई थीं उनमें से हमने 25 टीन, 50 मिस और 50 मिसेज सेलेक्ट किए। इनमें से जो विजेता उभरकर आए हैं वे सारे इस वेब सीरीज में कास्ट किये गए हैं। पेजेंट्स तो बहुत होते हैं मगर हमने उन्हें वेब सीरीज के मध्यम से अपनी क्षमता दिखाने का एक प्लेटफॉर्म दिया है।
हमने क्वीनस को जो अवसर प्रदान किया है उससे हमारा पेजेंट स्पेशल बन जाता है। हमें मालूम है कि एक लड़की के लिए एक महिला के लिए ऐसे मौकों की कितनी अहमियत होती है। हमारा प्रोडक्शन हाउस हर लड़की के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार करने की दिशा में अग्रसर है।
चाहे वह टीन हो मिस हो या मिसेज हो उसे अपने सपनो को रोकने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें ख्वाब को उड़ान देने की आवश्यकता है। यह ऐसा प्लेटफार्म है जो उम्र, वजन त्वचा के रंग इत्यादि में अंतर नही देखता। बल्कि हर क्वीन की क्षमताओं को देखते हुए उन्हें सराहता है। यह एक नॉन फिक्शनल स्टोरी है जो हर महिला के जुनून की कहानी बयान करती है।
टीआईजीपी ने हमेशा कुछ अलग हटकर किया है जो पहले कभी नहीं हुआ।
डॉ स्वरूप पुराणिक ने आगे कहा कि फैशन इंडस्ट्री में एक स्टीरियोटाइप बन गया है कि आप को साइज़ ज़ीरो रहना पड़ेगा, गोरी त्वचा होनी चाहिए, कद ऊंचा होना चाहिए तभी ब्यूटी पेजेंट्स में आपके सर पर क्राउन पहनाया जाएगा। हम इस सोच को बदलना चाहते हैं जहां हाइट कद काठी रंग उम्र का कोई भेदभाव न हो। महिला की पर्सनाल्टी और उसका आत्मविश्वास ही उसके लिए मंज़िल के रास्ते तय करता है। समाज मे बने हुए माइंडसेट को तोड़कर एक उम्मीद की नई किरण हम लाने का प्रयास कर रहे हैं।
क्वीन या पेजेंट की कंटेस्टेंट की अपनी एक जर्नी होती है, बहुत सारा संघर्ष होता है, समाज के साथ भी उसकी एक लड़ाई होती है इन तमाम बातों को हमने इस वेब सिरिज मे दर्शाया है। लोगों को क्राउन दिखता है लेकिन उसके पीछे की कहानी भी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। क्राउन मिलने के बाद भी महिला की एक जर्नी होती है। टीआईजीपी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सबसे पहले यह वेब सीरीज रिलीज होगी।
मुझे लगता है कि यदि आप खुद में विश्वास रखते हैं तो आप तक क्राउन पहुंचेगा। हमारे पेजेंट में देश भर से कंटेस्टेंट आए हैं। प्रयागराज, आसाम, जलगांव से लेकर छोटे शहरों से भी हमने क्वीन ढूंढकर निकाली हैं।