पूर्वी सिंहभूम : जरूर अंसारी (75) 35 सालों से मोहर्रम जुलूस अमन अखाड़ा के लाइसेंस धारी हैं. वे अमन चैन और शांति के साथ जुलूस निकालते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोहर्रम जुलूस में आपसी-भाईचारा और मेल-जोल को बरकरार रखते हुए जुलूस निकाला जाता है. इसमें सभी समुदाय के लोगों का सहयोग मिलता है.
लाठी लेकर तीन पांव के सहारे जहुर अंसारी इस वर्ष भी लाइसेंस धारी के रूप में जुलूस निकालने को तैयार हैं. उम्र के इस पड़ाव में मेरे अंदर जुनून बहुत है. मैं चाहता हूं कि मेरे इस 35 सालों में अमन शांति के साथ मोहर्रम जुलूस निकाला जाए. आगे भी इसी तरह शांति से मोहर्रम जुलूस निकले. उन्होंने कहा कि रविवार को चांद दिखेगा तो गुरुवार दशमी को मोहर्रम जुलूस निकाला जाएगा.