जमशेदपुर।
लखीमपुर खीरी कांड में ट्रायल कोर्ट ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का आरोप तय किया है, जिस पर
खुशी जाहिर करते हुए भगवान सिंह और सरदार शैलेन्द्र सिंह ने आरोप तय होने पर न्याय की जीत बताते हुए
न्यायपालिका की भूरि-भूरि प्रशंसा की है.
मंगलवार को एक साझा बयान जारी करते हुए गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान सह सीजीपीसी प्रधान पद के दावेदार
भगवान सिंह व झारखंड राज्य गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा है कि आशीष मिश्रा के खिलाफ
आरोप तय होना लखीमपुर खीरी कांड में शहीद किसानों को सच्ची श्रद्धांजलि है. भगवान सिंह ने कहा यह इंसाफ की जीत है और हर किसान के लिए खुशी का पल है.
सरदार शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि न्यायपालिका ने आरोप तय कर शहीद किसानों के परिवार को बहुत बड़ी सांत्वना दी है. मानगो गुरुद्वारा के महासचिव जसवंत सिंह जस्सू और ने सदस्यों ने भी खुशी जाहिर की है.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की एक अदालत ने आज केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और 13 अन्य लोगों के खिलाफ लखीमपुर खीरी में किसान हत्याओं के मामले में आरोप तय किए.
ज्ञातव्य हो कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में यह अपराध 3 अक्टूबर, 2021 को हुआ था. जब कई किसान
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लखीमपुर खीरी जिले की यात्रा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे
और कथित रूप से आशीष मिश्रा के काफिले की एक एसयूवी द्वारा कुचले जाने के बाद चार प्रदर्शनकारी किसानों की
मौत हो गई थी. आशीष मिश्रा को 9 अक्टूबर, 2021 को गिरफ्तार किया गया था और जनवरी 2022 में मामले में
चार्जशीट दायर की गई थी. मिश्रा पर हत्या (302 आईपीसी), आपराधिक साजिश (120बी आईपीसी) और अन्य आरोपों
के तहत मामला दर्ज किया गया है.