सरायकेला-खरसावां : टमाटर का भाव गिरकर 2 रुपये पर आ गया है। इस कारण से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। वे यह आस लगाए हुए थे कि टमाटर से इस बार अच्छी कमाई होगी, लेकिन भाव गिरने से किसानों की तो कमर ही टूट गई है। उन्हें तो अब टमाटर का खेत में जाने पर सिर्फ पछतावा ही हो रहा है।
टमाटर की खेती के लिए जाना जाता है ईचागढ़
सरायकेला-खरसवां जिला के ईचागढ़ क्षेत्र टमाटर खेती के लिए जाना जाता है । वही कभी टमाटर की किमत बढ़कर 70-80 रूपये बाजार में उपलब्ध रहती तो दो दिनों से अचानक मंडी में टमाटर की दर गिरकर 2 रूपये से 3 रूपये तक हो जाने से किसान मंडी के बाहर ही टमाटर फेंकने को मजबूर हो गये है । झारखंड का सबसे बड़ी टमाटर की मंडी ईचागढ़ प्रखंड के सीमावर्ती भुईयांडीह की कहनी भी कुछ ऐसी ही है । एक सप्ताह में टमाटर की दर गिरने से किसान को आपनी लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रही है।
कड़ी मेहनत का नहीं मिल रहा फल
किसान खेतों में अपने परिवार के साथ कड़ी मेहनत कर अपने दो जून की रोटी का जुगाड़ करते हैं, वहीं किसानों को जो सरकारी सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। दूसरी ओर फसल का सही दर भी नहीं मिलने पर खेत और पेट की चिंता बढ़ गई है ।