आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के एक गर्ल्स स्कूल में पढ़नेवाली 11वीं क्लास की छात्रा ने स्कूल प्रिंसिपल और टीचर की प्रताड़ना से तंग आकर स्कूल भवन के 3 मंजिले से कूदकर अपनी जान दे दी थी. घटना के बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से उस जमीन पर पड़े खून के धब्बे तक मिटा दिए गए थे, जहां पर छात्रा की गिरकर मौत हुई थी. जांच में ये सारी बातें सामने आयी है. वहीं घटना के बाद स्कूल के प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और टीचर अभिषेक राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
घटना 31 जुलाई को घटी थी. उस दिन स्कूल में छात्रा के बैग से मोबाइल फोन मिला था. इसके बाद स्कूल टीचर अभिषेक राय ने क्लास रूम में उसे प्रताड़ित किया था. इसके बाद प्रिंसिपल के पास लेकर गया था. इस बीच प्रिंसिपल ने छात्रा को दरवाजे के बाहर खड़ा कर प्रताड़ित किया था.
सीसीटीवी में कैद है पूरी घटना
छात्रा कब से कब तक प्रिंसिपल के कमरे के बाहर खड़ी थी और कब उसने 3 मंजिले से कूदकर आत्महत्या की थी, यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है. अब पूरा मामला धीरे-धीरे सामने आ रहा है.
अभिभावकों को फोन कर कहा जल्दी आओ
इस बीच स्कूल के प्रिंसिपल की ओर से अभिभावक को फोन कर जल्द आने के लिए कहा गया, लेकिन अभिभावक उस के बजाए दूसरे दिन स्कूल पहुंचे थे, तबतक छात्रा ने 3 मंजिले से कूदकर जान दे चुकी थी.
दूसरे दिन भी किया गया था प्रताड़ित
छात्रा को सिर्फ पहले दिन ही नहीं बल्कि दूसरे दिन भी स्कूल में प्रताड़ित किया गया था. करीब 20 मिनट तक उसे प्रिंसिपल के कमरे के बाहर खड़ा कर दिया गया था. इसके बाद छात्रा ने कूदकर अपनी जान दे दी थी.
आखिर क्यों मिटाए गए खून के धब्बे?
आखिर जब प्रिंसिपल और स्कूल टीचर की गलती नहीं थी तब खून के धब्बे को क्यों मिटा दिया गया? खून के धब्बे मिटाना बड़ा अपराध से कम नहीं है. पूरे प्रकरण में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला थाने में दर्ज किया गया है.
अपमानित महसूस करने के बाद छात्रा ने लगायी थी छलांग
पूरे मामले में यह बात सामने आ रही है कि उसे प्रताड़ित किए जाने के कारण वह खुद को अपमानित महसूस कर रही थी और इस बात को वह बर्दाश्त नहीं कर सकी. ऐसे में उसने चंद मिनटों में ही 3 मंजिले से छलांग लगाने की योजना बनायी और अंजाम दे दिया.