जमशेदपुर : गोविंदपुर JANTA MARKET रोड के किनारे ही जमाबंदी वाली जमीन पर मत्स्य विभाग की ओर से विभागीय बोर्ड लगा दिया गया है। बोर्ड में लिखा हुआ है कि यह जमीन सरकारी है और मत्स्य विभाग के अधीन है। इस जमीन की जमाबंदी जिसने कराई है उनका कहना है कि यह जमीन उनकी है।पूरी जमीन 3 एकड़ 66 डिसमील है।
स्थानीय लोग जमीन कब्जे का लगा रहे आरोप
पूरे मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि वे एक साल पहले ही सीओ अनुराग तिवारी से जाकर मिले थे, लेकिन उन्होंने इस दिशा में किसी तरह की पहल नहीं की है। जांच में अधिकारी पहुंचे थे, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।
एसडीओ ने थानेदार को दिया था कब्जा मुक्त कराने का निर्देश
एक साल पहले की ही बात है तब मामला एसडीओ तक पहुंचने पर वे मौके पर पहुंचे थे। तब स्थानीय लोगों ने पूरी बात बताई थी। उस समय एसडीओ ने स्थानीय थानेदार को निर्देश दिया था कि तालाब को कब्जा मुक्त करने का काम करें। जो भी सामान रखा हुआ है उसे उठाकर फेक दें। बावजूद आज भी तालाब कब्जे में ही है। 1986 के पहले तक तालाब की नीलामी मत्स्य विभाग की ओर से कराई जाती थी, लेकिन तालाब पर कब्जा होने के कारण इसपर भी पेंच लगा हुआ है।
सीओ ने कहा 1986 में की गई थी जमाबंदी
सीओ अश्विनी तिवारी का कहना है कि इस जमीन की जमाबंदी 1986 में एडीसी ने की थी। वे अपने स्तर से जमाबंदी रद्द कराने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए गोविंदपुर थाने को भी नजर रखने के लिए कहा गया है। सीओ ने साफ कहा कि इस मामले में कानून सम्मत जो भी हो सकता है करने का काम करेंगे।