जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना के पूर्व जीप चालक रॉकी मुखी को पुलिस ने दूसरे दिन शनिवार को हिरासत में ले लिया है. रॉकी पर बस्ती की ही एक युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दवाब देने का आरोप लगने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है. रॉकी की हरकतों के कारण ही बस्ती की गौरी मुखी ने शुक्रवार की सुबह 6.30 बजे अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद बस्ती के लोगों ने मुख्य सड़क को 31 घंटे तक शव के साथ जाम रखा था. एक आरोपी को हिरासत में लेने और बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन मिलने पर बस्ती लोग सड़क पर से हट गए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है.
घटना के बाद में परिवार के लोगों का कहना है कि मामले में उन्हें राजनीतिक दबाव भी दिया जा रहा था. इस मामले में बिंदिया मुखी, पोरेश मुखी और मुजी मुखी पर राजनीति करने का आरोप लगाया गया है. ये तीनों नेता भी परिवार के लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम करते थे.
प्रताप मुखी है जेल में
युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव देनेवाला पहला आरोपी प्रताप मुखी और अभी जेल में बंद है. प्रताप के जेल जाने के बाद उसका भाई रॉकी मुखी उस युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिये दबाव देने लगा था. मामले में अजय मुखी और बाबु मुखी को भी आरोपी बनाया गया है.
जांच के बाद होगी आरोपियों पर कार्रवाई- थाना प्रभारी
सीतारामडेरा के थाना प्रभारी भूषण कुमार ने मामले में कहा कि घटना की जांच की जा रही है. मामले में एक आरोपी रॉकी मुखी को हिरासत में लिया गया है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि रॉकी तब थाने का जीप चलाता था जब वे सीतारामडेरा थाने में नहीं थे. उसके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद पहले से ही हटा दिया गया है.