हरियाणा : एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड केस में अपना फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने पूर्व मंत्री सह विधायक गोपाल कांडा और अरूण चड्ढड़ा को बरी कर दिया है. वर्ष 2012 में यह मामला सुर्खियों में था. तब गोपाल कांडा राज्यमंत्री हुआ करते थे. सुसाइड केस सामने आने के बाद गोपाल कांडा को मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था. 18 माह तक जेल भी जाना पड़ा था.
एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा ने 5 अगस्त 2012 को दिल्ली के अशोक विहार आवास पर सुसाइड किया था. उसके पास से सुसाइडल नोट भी बरामद हुआ था. सुसाइडल नोट में उसने घटना का जिम्मेवार गोपाल कांडा और एमडीएलआर कंपनी के मैनेजर अरूण चड्ढ़ा को बनाया था. दोनों पर सुसाइड के लिये उकसाने का आरोप लगा था.
दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौनाचार का भा लगा था आरोप
गोपाल कांडा पर दुष्कर्म करने और अप्राकृतिक यौनाचार करने का भी आरोप लगा था. सुसाइडल नोट में लिखा था कि उसके साथ धोखा हुआ है. इसी वजह से अपना जीवन समाप्त कर रही है. गोपाल कांडा और अरूण चड्ढ़ा को उनके अपराध की सजा मिलनी चाहिए.
सिरसा से विधायक हैं गोपाल कांडा
गोपाल कांडा वर्तमान में सिरसा विधानसभा से विधायक हैं. 2012 में गीतिका शर्मा का मामला सामने आने के बाद कई लड़कियों ने गोपाल कांडा की शिकायत की थी. गोपाल कांडा ने अपनी एयरलाइंस खोला था. इसमें सिर्फ लड़कियों को ही काम पर रखा जाता था. उच्च पदों पर भी लड़कियां ही रहती थी. बताया जा रहा है कि गीतिका जब 17 साल की थी तब वह इंटरव्यू देने के लिये आयी थी. तब गीतिका का इंटरव्यू गोपाल कांडा ने सीसीटीवी कैमरे में देखा था.