जमशेदपुर : गोविंदपुर मौजा के मनपीटा गांव में हैवी विकल मोटर ट्रेनिंग सेंटर बनाने, खैरबनी में कचरा प्लांट का काम शुरू कराने और डेवलपमेंट कॉरिडोर का काम के खिलाफ झारखंड पुनरुत्थान अभियान की ओर से शुक्रवार से टाटा कंपनी के खिलाफ पदयात्रा शुरू की गयी है. खैरबनी गांव से शुरू की गयी पदयात्रा का अंतिम पड़ाव 9 जून की शाम करनडीह में होगा. इसके बाद फिर पदयात्री 10 जून को पदयात्रा के लिये निकलेंगे.
महासभा के दीपक रंजीत ने कहा कि विकास के नाम पर हरबार झारखंडियों का ही विस्थापन क्यों किया जाता है. कबतक झारखंडी समुदाय विकास के नाम पर अपनी जमीन गवाते रहेंगे. टाटा कंपनी में झारखंडियों की जमीन गयी है लेकिन झारखंडियों को उसके एवज में क्या मिला? विकास में नाम पर अब और जमीन नहीं देना है. सरकार को कृषि केंद्रित अर्थव्यवस्था बनानी होगी.
जिला प्रशासन से भी टकराव की स्थिति
पूरे प्रकरण में अबतक जिला प्रशासन से भी टकराव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. इसके पहले जब मनपीटा गांव में प्रशासनिक अमला जमीन की मापी करने के लिये पहुंचा था, तब गांव के लोगों ने इसक विरोध किया था. अंततः ग्रामीणों के रोष को देखते हुये प्रशासनिक अमल बैरंग लौट गया था.