घाटशिला ।
पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल अंतर्गत मुसाबनी स्थित यूसीआईएल बागजाता माइंस का प्रदूषित पानी रैयतदार किसानों के खेतों में जा रहा है. इससे किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है. उन्हें भारी क्षति पहुंच रही है. इससे त्रस्त किसानों ने माइंस प्रबंधन को लिखित मांग पत्र सौंप कर क्षतिपूर्ति देने की मांग की. उनका नेतृत्व गोहला पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रंजीत मार्डी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जब से बागजाता माइंस खुली है, तब से माइंस का प्रदूषित पानी बागजाता गांव के खड़ियासाईं स्थित आठ रैयतदार किसानों के खेतों में जा रहा है. इससे उनका फसल हर वर्ष बर्बाद हो जा रहा है. इस तरह से फसल की क्षति लगभग 15 सालों से हो रही है, जिससे किसानों लगातार आर्थिक क्षति झेलनी पड़ रही है. साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है. इसके मद्देनजर प्रबंधन से पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए पानी को फिल्टर कर बाहर छोड़ने की मांग की गई. इससे खेत में लगे फसल की भी बर्बादी नहीं होगी. साथ ही, इस दौरान माइंस के प्रदूषित पानी से 15 वर्षों से हो रही फसलों की बर्बादी के एवज में बतौर मुआवजा प्रत्येक प्रभावित किसान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की प्रबंधन से मांग की गई.