जमशेदपुर : शहर के वीमेंस कॉलेज में गुरुवार को ग्रेजुएशन डे वर्चुअल का आयोजन किया गया। समारोह में जितनी उत्साहित छात्राएं और शिक्षक थे उससे कहीं ज्यादा उत्साहित कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. शुक्ला मोहंती थीं। वह सभी गतिविधियों पर नजर रख रहीं थी। कॉलेज परिसर में आयोजित ग्रेजुएशन डे वर्चुअल समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गंगाधर पांडेय मौजूद थे। इसके अलावा प्रति कुलपति अरूण कुमार सिन्हा, कुल सचिव डॉ. जयंत शेखर, कुलानुशासक डॉ. अशोक कुमार झा आदि मौजूद थे।
ग्रेजुएशन डे पर टॉपरों के साथ कॉलेज की प्राचार्या
कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए समारोह में कॉलेज की चुनी हुई छात्राओं को ही बुलाया गया था। ग्रेजुएशन डे का पूर्व में ही आयोजन किया गया था। लेकिन उसी समारोह को रूपहले स्क्रीन पर दिखाकर छात्राओं और शिक्षकों का हौसला बढ़ाने का काम किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू मौजूद थीं। कोविड काल के दौरान ग्रेजुएशन में टॉप करने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया गया। छात्राओं का कहना था कि कॉलेज की ओर से ऑन लाइन क्लास होने के कारण ही वह आज यहां तक पहुंच सकी है। इसके लिए सभी ने कॉलेज प्राचार्य डॉ. शुक्ला मोहंती, शिक्षक और अपने माता-पिता को श्रेय दिया।
कुलपति ने वैदिक मंत्र से शुरू किया भाषण
कुलपति गंगाधर पांडेय ने वैदिक मंत्र से अपना भाषण शुरू किया। कहा कि आज का दिन छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण है। शिक्षकों को भी आज चाहिए कि छात्रों को अपना बच्चा समझकर पढ़ाए। एक उदाहरण देते हुए कहा कि द्रोणाचार्य ने भी अपने पुत्र से ज्यादा शिक्षा अर्जुन को दी थी। साथ ही छात्राओं को भी गुरु से ज्ञान लेना चाहिए। अगर गुरु में कुछ अवगुण है तो उसे छोड़कर गुण को हासिल करने का काम करना चाहिए। कुलपति ने अपील की कि जो इस देश में पढ़ाई करके अच्छा नागरिक बनते हैं उन्हें विदेश में जाकर काम करने की जरूरत नहीं है। उन्हें देश के बारे में सोचना चाहिए।
छह छात्राओं से शुरू किया था कॉलेज आज 10 हजार छात्राएं हैं: शुक्ला मोहंती
कॉलेज प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज को 1953 में छह छात्राओं के साथ शुरू किया गया था, लेकिन आज कॉलेज में 10 हजार छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही है। कॉलेज में नामांकन की रफ्तार प्रत्येक साल बढ़ रही है। नामांकन के लिए पहले पाली के साथ-साथ दूसरी पाली में भी कराया जा रहा है। कोविड के बावजूद कॉलेज में ऑन लाइन ग्रेजुएशन कराने का काम किया गया और इसमें सफलता भी मिली। उन्होंने कहा कि आज का दिन कॉलेज के लिए गर्व का है।
इन छात्राओं ने किया टॉप
वर्ष 2012-15 में वाणिज्य संकाय से सोनी तिवारी बेस्ट ग्रेजुएट रही। सोनी ने वाणिज्य संकाय में स्वर्ण पदक भी राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के हाथों प्राप्त किया। काजल कुमारी वर्ष 2016-18 में ग्रेजुएशन टॉपर रही। वहीं मामोन राय वर्ष 2017 की एमए टॉपर रही और 2019 का गोल्ड मेडल दिया गया। कस्तुरी सेन वर्ष 2013-16 और 2016-18 का इकोनॉमिक्स टॉपर रही। स्मृति ओझा वर्ष 2018 की एमए टॉपर रही।