Ranchi : झारखंड में बालू के उठाव पर रोक लगने से सरकारी और गैर सरकारी निर्माण कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. हालांकि, बालू की कमी को देखते हुए खनन विभाग द्वारा ऑनलाइन बालू उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है. बावजूद इसके इस व्यवस्था में कई तरह की परेशानी आ रही है. जिन नंबरों पर संपर्क करने के लिए विज्ञापन दिया गया है, उस पर कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. वहीं, निर्माण कार्य बंद होने का सीधा असर विकास कार्यों पर पड रहा है. राज्य में विकास कार्य ठप सा पड़ गया है.
इन उत्पादों की बिक्री हो रही प्रभावित
राज्य में बालू की अनुपलब्धता के कारण एक ओर जहां स्टील, सीमेंट, छड़ इत्यादि उत्पादों की बिक्री प्रभावित हो रही है. वहीं, दूसरी ओर मजदूर भी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं. इतना ही नहीं, महंगा बालू खरीदने की मजबूरी के कारण निर्माण कार्यों की लागत भी बढ़ रही है.
सरकार से ठोस पहल की हो चुकी है मांग
इस बीच बालू उठाव से होनेवाली परेशानियों से निजात दिलाने के लिए फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कई बार सरकार से ठोस पहल करने की मांग कर चुकी है. बीते जून महीने में ही संस्था के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में राज्य के खनन सचिव से मुलाकात की थी.
कंस्ट्रक्शन कार्य में भारी परेशानी
उनका कहना था कि कि बालू के बिना कंस्ट्रक्शन कार्य करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि स्मॉर्ट सिटी के कार्य में संलग्न एलएडटी को भी बालू नहीं मिलने की बात कही गई थी. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल को खनन सचिव ने समस्या के समाधान को लेकर ठोस पहल करने का आश्वासन जरूर दिया था, बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी हुई है. इससे निर्माण कार्य से जुड़े लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.