चक्रधरपुर।
चक्रधरपुर जीआरपी पुलिस की सुझबुझ से 13 साल की एक बच्ची गलत हाथों में जाने से बच गयी. दरअसल 13 साल की एक बच्ची चक्रधरपुर स्टेशन में भटक गयी थी. इस बच्ची को स्टेशन के कुछ लोगों ने बीते शनिवार को जीआरपी के हवाले किया था. जिसके बाद जीआरपी ने बच्ची को उसके घर तक पहुंचाने के लिए अपना पूरा नेटवर्क लगा दिया. फलस्वरूप बच्ची के माता पिता से संपर्क बना और उसके घरवाले शुक्रवार को जीआरपी थाना आकर उसे अपने साथ घर ले गए.
जानकारी के मुताबिक मसिल्दा सोरेंग नामक 13 साल की बच्ची जमशेदपुर में अपने किसी रिश्तेदार के घर में रहती थी. उससे वहां काम कराया जाता था और डांट फटकार लगाया जाता था. जिसके बाद वह वहां से अपने मामा घर जाने के लिए भाग निकली. वह किसी तरह पूछते हुए टाटानगर स्टेशन पहुंची और मनोहरपुर जाने वाली ट्रेन में बैठ गयी. ट्रेन जब चक्रधरपुर पहुंची तो किसी ने उसे उतार दिया. जिसके बाद बच्ची भटक गयी. चक्रधरपुर स्टेशन के कुछ दुकानदारों ने बच्ची को जीआरपी पुलिस के हवाले किया.
जीआरपी थाना प्रभारी महेंद्र कुमार महतो ने बच्ची को उसके घर तक पहुंचाने की कवायद शुरु की. बच्ची की तस्वीर सभी थाना पहुंचाई गई. पता चला की बच्ची के माता पिता मनोहरपुर के रहने वाले हैं. जबकि उसकी नानी और मामा सिमडेगा जिले के बानो थाना क्षेत्र में रहते हैं. जीआरपी के द्वारा बच्ची के घरवालों तक बच्ची की तस्वीर और उसकी जानकारी पहुंचाई गयी. जिसके बाद बच्ची के मामा जोसेफ कुल्लू और नानी रोजलिया कुल्लू जीआरपी थाना पहुंची और बच्ची को सही सलामत पाकर ख़ुशी से भर गए.