जमशेदपुर। सिखों के दसवें गुरु और खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी का 356 वा प्रकाश पर्व बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ गुरुवार को मनाया गया।
टेल्को गुरुद्वारा से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की छत्रछाया, पांच प्यारों की अगुवाई में विशाल नगर कीर्तन सजाया गया।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय, टेल्को के प्लांट हेड रविंद्र कुलकर्णी, आईआर सीएसआर हेड दीपक कुमार, टाउन हेड दीपक कुमार, टेल्को मजदूर यूनियन के महासचिव आरके सिंह, इंटक नेता मनोज सिंह, टेल्को गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान एवं टेल्को मजदूर यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार शैलेंद्र सिंह, सीजीपीसी पांच सदस्य समिति के नरेंद्र पाल सिंह भाटिया, गुरुदयाल सिंह, दलजीत सिंह, अमरजीत सिंह, मानगो के प्रधान भगवान सिंह, साकची के प्रधान निशान सिंह, बारीडीह के प्रधान कुलविंदर सिंह, भाजपा नेता सतबीर सिंह सोमू, इंदर सिंह, दमनप्रीत सिंह, हरविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह पन्नु, सुखविंदर सिंह राजू, अकाली दल के पदधारी गुरूद्वारा दीवान में हाजिरी भरी, अरदास में शामिल हुए और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के आगे मत्था टेक देश की समृद्धि खुशहाली एकता अखंडता की कामना की।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सिख गुरुओं के त्याग तपस्या समर्पण बलिदान से राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिली है। देश की आजादी एवं निर्माण में सिखों की बलिदान की परंपरा को समझने का मौका गुरुद्वारा रकाब गंज गुरुद्वारा आनंदपुर साहिब गुरद्वारा फतेहगढ़ साहिब गुरुद्वारा शीशगंज गुरुद्वारा नांदेड़ साहिब में जाकर मिलता है। उन्होंने कहा कि वे निश्चित अंतराल पर गुरुद्वारों में जाकर पॉजिटिव एनर्जी प्राप्त करते हैं जिससे देश निर्माण पर अपना बेहतर समय दे सकें। उनके अनुसार प्रकाश पर्व एवं शहादत दिवस में शामिल होकर देश के बेहतर भविष्य निर्माण की प्रेरणा युवाओं को देशवासियों को अवश्य लेनी चाहिए।
विधायक सरयू राय के अनुसार गुरु गोविंद सिंह जी से बड़ा राष्ट्रीय एकता और अखंडता का दूसरा पर्याय नहीं हो सकता है।
टेल्को से निकाले गए नगर कीर्तन में धार्मिक स्कूल, हाई स्कूल, मिडिल स्कूल के बच्चे एवं स्त्री सत्संग सभा के जत्थे एवं गटका एवं मार्शल आर्ट दर्शाते हुए जत्थे शामिल हुए। यह तार कंपनी, नीलडीह, गोलमुरी, कालीमाटी रोड होते हुए साकची गुरुद्वारा में जाकर समाप्त हुआ।
पूरे राह में रामगढ़िया सभा, खालसा क्लब जैसी विभिन्न संस्थाओं श्रद्धालुओं की ओर से नगर कीर्तन में शामिल बच्चों स्त्रियों की सेवा बिस्कुट, टॉफी, चिप्स, चाय पानी दूध की सेवा की।