जमशेदपुर।
श्री गुरु नानक देव जी के 553वें प्रकाश दिहाड़े को समर्पित शुक्रवार को साकची गुरुद्वारा में सेंट्रल दीवान का आयोजन किया गया. सेंट्रल दीवान के दौरान 8 नवंबर को प्रकाश पर्व को लेकर निकाले गए नगर कीर्तन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूल व जत्थों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहेब से गठित पांच सदस्यीय कमेटी के प्रतिनिधियों की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था. इस दौरान नगर कीर्तन में विशिष्ट सेवा और सहयोग देने वालों को भी सम्मानित किया गया.
इनमें नगर कीर्तन निकालने के उचित प्रबंध के लिए गौरीशंकर रोड गुरुद्वारा, समापित में सहयोग के लिए साकची गुरुद्वारा, कंट्रोलिंग की सेवा के लिए सेंट्रल सिख नौजवान सभा, धर्म प्रकार कमेटी अकाली दल, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा, पालकी साहेब के आगे फूलों की सेवा के लिए सिख जागृति मंच, विशेष सहयोग के लिए तरनप्रीत सिंह बन्नी, मेडिकल सुविधा के लिए हेल्प क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष बीके शर्मा और चिकित्सा के क्षेत्र में मशहूर नाम डॉ कृपाल सिंह सिद्धू को सम्मानित किया गया.
संगत ने गुरवाणी कीर्तन का लाहा प्राप्त किया
इस मौके पर सुबह 10.30 बजे से साकची गुरुद्वारा में विशेष कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय हजूरी रागी, सिंह साहिबान ने गुरवाणी कीर्तन कर संगत को निहाल किया और गुरवाणी के उपदेशों से संगत को गुरु घऱ से जुड़ने के लिए प्रेरित किया. इस दौरान सभी गुरुद्वारा इलाका की संगत ने गुरु दरबार में हाजरियां भरी और गुरवाणी कीर्तन का लाहा प्राप्त किया.
मौके पर संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर भी वितरित किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में नरेंद्रपाल सिंह भाटिया, गुरदयाल सिंह, तारा सिंह गिल, दलजीत सिंह दल्ली एवं अमरजीत सिंह, साकची गुरुद्वारा के प्रधान सरदार निशान सिंह, महासचिव परमजीत सिंह काले, शमशेर सिंह सोनी, सुरजीत सिंह, जोगिंदर सिंह जोगी ने सराहनीय भूमिका निभाई.
इन्हें मिला पुरुस्कार
धार्मिक स्कूलः प्रथम- टुइलाडुंगरी, द्वितीय- गौरी शंकर रोड एवं तृतीय– टेल्को
मिडिल स्कूलः प्रथम- बर्मामाइंस , द्वितीय- बिष्टुपुर माधव सिंह स्कूल
हाई स्कूलः प्रथमः मानगो, द्वितीय- साकची एवं तृतीय- बर्मामाइंस
स्त्री सत्संग सभा जत्थाः प्रथम- गौरीशंकर रोड, द्वितीय- आजाद बस्ती जेम्को एवं तृतीय- सोनारी साकची, टीनप्लेट, जुगसलाई स्टेशन रोड एवं कदमा
नौजवान कीर्तनी जत्थाः प्रथम- गम्हरिया एवं द्वितीय- नामदा बस्ती