Jamshedpur : आदिवासी उराँव समाज द्वारा रविवार को बाबूडीह एवं शंकोसाई स्थित शमशान स्थल पर पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए हाड़बोडी का आयोजन किया गया। प्रतिवर्ष उराँव समाज द्वारा अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति एवं अपने परिवार की सुख-समृद्धि हेतु यह आयोजन शमशान स्थल पर किया जाता है। इसमें सभी लोग अपने घर से बने हुए पकवान एवं धूप, धुना,फूल माला लाकर शमशान में अर्पित कर श्रद्धांजलि देते है अपने परिवार एवं देश की सुख-समृद्धि तथा शांति की कामना करते है। इसमें महिला, पुरूष एवं बच्चे-बच्चियाँ काफी संख्या में शामिल होते है। उराँव समाज की परम्परा के अनुसार परिवार की सुख-शांति के लिए पूर्वजों का आशीर्वाद हमेशा साथ रहे इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए पूरा परिवार शमशान स्थल पर एकत्रित होकर अपने पूर्वजो को याद करता है। आयोजन के दौरान उपस्थित लोगो के लिए भोग की व्यवस्था की गई थी।
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से राकेश उराँव, गंगराम तिर्की, बुधराम खालखो,जुगल बरहा, सावना लकड़ा,रामू तिर्की, शम्भू मुखी,रविन्द्र प्रसाद,गोमिया सुंडी,नंदलाल पातर, उपेन्द्र बानरा,राजेश कांडयांग, सूरा बिरुली, बुधु खालखो, अनूप टोप्पो, खुद्दु उराँव, प्रकाश कोया, पप्पु मुखी,राजन कुजूर, कमल कोया, करमु टोप्पो, गणेश कुजूर, लक्ष्मण मिंज, गोपाल टोप्पो, कार्तिक उराँव, विककी मिंज, राजेश तिर्की, बहादुर कच्छप, बबलू खालखो, किशोर लकड़ा, सोमा कोया, संतोष लकड़ा, ठेमा कुजूर, आशा कुजूर, गीता लकड़ा, लक्ष्मी किस्पोट्टा समेत अन्य लोग उपस्थित हुए।