जमशेदपुर :भगवान श्रीराम का नाम आते ही उनके परम भक्त हनुमान जी का नाम जरूर आता है. जब अयोध्या में श्रीराम मंदिर में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई तब जहां घरों में दीप जलाए गये वहीं शाम को जमशेदपुर के हनुमान ने अपनी पूंछ और कंधे पर दीप जलाए. ये हनुमान सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के बगान एरिया स्लैग रोड नेहरू कॉलोनी के रहने वाले राजू सोना उर्फ राजू साइकिल मिस्त्री थे. जमशेदपुर के हनुमान को लोगों ने बेहद पसंद किया और उनके पैर भी छूए. इस बीच वे आर्शीवाद भी दे रहे थे.
राजू मिस्त्री पूरे शहर में ही नहीं बल्कि आस-पड़ोस के जिले में भी चर्चित हैं. अगर आधी रात किसी की बाइक या साइकिल पंचर हो जाए तब शहर में कहीं पर भी पंचर की दुकान खुली नहीं मिलेगी. सिर्फ राजू की दुकान ही गरमनाला में खुली मिलेगी. शहर के लोग कभी भी राजू को आजमा सकते हैं.
कूट-कूट कर भरी है संयुक्त भक्ति
राजू सोना उर्फ राजू मिस्त्री के भीतर संयुक्त भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है. उनके गले में सिर्फ हनुमान जी की ही लॉकेट नहीं मिलेगी बल्कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाइ के सभी देवी देवताओं की भी लॉकेट देखने को मिलती है.
खुलकर करते हैं लोगों की सेवा
राजू मिस्त्री अपनी पंचर की दुकान पर खुलकर लोगों की सेवा करते हैं. अगर कोई कम पैसा भी दिया तब वे उल्टे में कमेंट नहीं करते हैं. एक बार जो उनकी दुकान पर चला गया वह उनका कॉयल हो जाता है. यही उनकी खासियत है.
खुद ही तैयार किया हनुमान जी का ढांचा
हनुमान जी की जो तस्वीर आप देख रहे हैं उसके ढांचे को राजू मिस्त्री ने खुद ही तैयार किया है. गदा, पूंछ, कंधा, नकाब, खड़ांऊ और वेश-भूषा सबकुछ उन्होंने खुद ही अपनी कला से तैयार किया है.