जमशेदपुर : झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने जमशेदपुर आवास पर प्रेसवार्ता में कहा कि वर्तमान की हेमंत सरकार 2018 में बनी उत्पाद नीति पर ही चल रही है. सरकार ने मान लिया है कि उनके समय में बनी उत्पाद नीति ही ठीक थी. सरकार ने स्पष्ट माना है 2018 में इस नियमावली के लागू होने के बाद राज्य सरकार का शराब से राजस्व की वृद्धि दोगुनी हो गयी थी. 2018-2019 में 1082 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 2019-2020 में राजस्व दोगुना होकर 2009 करोड़ रुपये हो गया. रघुवर ने कहा कि हमारे समय में राज्य सरकार द्वारा बनायी जानेवाली सभी नियमावली झारखंड हित और जनहित में होती थी.
2020 की नीति में हुआ भारी नुकसान
भाजपा नेता पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि वर्ष 2020 में सरकार बनने के बाद वर्तमान सरकार ने दो बार नियमावली बदली. इसके बाद पुनः नयी नियमावली बनायी है. इस नियमावली को बनाने में स्वीकार किया गया है कि वर्तमान सरकार द्वारा बनायी गयी नियमावली से राजस्व का भी नुकसान हुआ है. इसमें कहा गया है कि इस नीति के कारण खुदरा दुकानों में ग्राहकों की मांग के अनुरूप पॉपुलर ब्रांड की अनुपलब्धता, एमआरपी से अधिक पर बिक्री करने संबंधी शिकायतें लगातार प्राप्त होती रही थी. इसके अलावा लक्ष्य प्राप्ति में भी खुदरा दुकानदारों की सचेष्टता दिखाई नहीं दी. मदिरा की एवज में प्राप्त बिक्री की अंडर रिपोर्टिंग की गयी. समय पर ऑडिट नहीं कराने की भी शिकायतें मिलती रही हैं.
नीति और नियत स्पष्ट करे सरकार
वर्तमान सरकार की स्वार्थ आधारित नियमावली के कारण झारखंड राज्य की छवि पूरे देश में धुमिल हुई है और जनहित का भी व्यापक नुकसान हुआ. वर्तमान नियमावली का भी पालन कठोरता से करना होगा, तभी इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे. जब सरकार की नीति स्पष्ट, नियत साफ और नेतृत्व मजबूत होता है तब इसकी झलक उसके निर्णयों पर दिखाई देती है.