JHARKHAND NEWS : झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने सरकार के चार साल पूरे होने पर कहा कि उनकी सरकार अब 50 साल की उम्र में ही झारखंड के आदिवासियों को पेंशन देने का काम करेगी. यह नियम सिर्फ झारखंड के आदिवासियों के लिए ही लागू होगा. आम तौर पर 60 साल की उम्र से वृद्धा पेंशन की शुरुआत होती है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जब सरकार बनी थी तब कोरोनाकाल का दौर था. उन्हें विकास कार्य को रफ्तार देने का समय ही नहीं मिला. खजाना तक खाली था. केंद्र सरकर की ओर से भी झारखंड को उपेक्षित करने का काम किया गया.
अबुआ आवास का लाभ दे रही सरकार
जिन्हें पीएम आवास का लाभ नहीं मिल सका है वैसे आदिवासियों को झारखंड सरकार अबुआ आवास का लाभ देगी. इसके लिए विभागीय कार्यों को भी पूरा करने का काम किया जा रहा है. इसके तहत सरकार 2 लाख रुपये दे रही है.
यूपी को मिल गया आवास का लाभ
सीएम ने कहा कि झारखंड में 8 लाख लोगों को आवास मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार के पास नाक रगड़ा था, लेकिन झारखंड का हिस्सा यूपी को दे दिया गया. इस कारण से ही अबुआ आवास योजना की शुरुआत की गई है.
सरकार करेगी झारखंड के बेटियों की चिंता
झारखंड के बेटियों के बारे में कहा कि परिवार के सदस्यों को उनकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. सभी बेटियों को सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ दिया जाएगा.