सरायकेला : पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सीट बंटवारे में अपने बेटे और अपने चेला के नाम पर कुल 3 सीट हासिल किए हैं. तीनों सीट पर किसी भी कीमत पर भाजपा को जीतने नहीं दूंगा. भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद गणेश महाली ने सरायकेला के हरिहर मॉल में पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन भाजपा में जब से शामिल हुए हैं स्थानीय भाजपाइयों में घमासान मचा हुआ है.
अर्जुन मुंडा भी थे सहमत
चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद सरायकेला सीट पर कुर्बानी दी है. सिर्फ नेतृत व शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर उन्होंने खरसावां विधानसभा क्षेत्र में अपनी एक्टिविटी प्रारंभ की जहां सीट से उन्हें टिकट मिलना लगभग तय हो गया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी सहमत थे. 10 अक्टूबर को चंपाई सोरेन दिल्ली जाकर खरसावां सीट भी उनके चेले सोनाराम बोदरा को दिला दिया है. ऐसा करके मेरे साथ घोर अन्याय किया है. पिछले 20 सालों से दिन रात संगठन को तन-मन-धन से सींचने का काम किया था. दो बार काफी कम वोट से पराजित हुआ. इस बार उन्हें टिकट मिलना तय था परंतु चंपाई सोरेन के कारण वंचित होना पड़ा है.