ईचागढ़ : सरायकेला खरसावां जिला के ईचागढ़ व कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र में विभागीय उदासीनता का दंश आम जनों को भुगतना पड़ रहा है. जी हां आपको बता दूं कि बालू घाटों का निलामी नहीं होने से पीएम आवास, निजी आवास बनाने का कार्य अधर में लटका हुआ है. कहीं पीएम आवास का दीवार पूर्ण है तो कहीं छत ढलाई के लिए बालू पर रोक हटाने का इंतजार कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को बालू नहीं मिलने से अपना निजी मकान भी अधूरा पड़ा हुआ है. ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र की बात करें तो एक जेएस एम डीसी का घाट तो चालू है, मगर क्षेत्र के लोगों को ट्रैक्टर पर बालू नसीब नहीं हो रहा है. बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर पर बालू लेने के लिए बहुत सारे नीयम परिनीयम बनाया गया है, जिससे ट्रैक्टर पर ग्रामीणों को बालू नहीं मिल रहा है.
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अभी बालू की बनी रहेगी समस्या
यहां चार बालू घाटों का नीलामी के लिए सरकार की हरी झंडी तो मिल गई है और टेंडर प्रक्रियाधीन है. मगर अभी तक घाटों का नीलामी विभागीय पेंच के चलते फंसा हुआ है. 15 जून तक बालू उत्खनन व परिवहन पर रोक लगाया जाता है, ऐसे में फिर तत्काल बालू का नीलामी नहीं होने से लोगों को बालू मिलने में दिक्कत का सामना करना होगा. खनन विभाग बालू घाटों का समय पर नीलामी कर देता है तो लोगों को बालू का किल्लत से निजात मिलेगी व अबैध बालू पर भी रोक लगाया जा सकता है.
बालू घाट की शीघ्र नीलामी करने की सरकार से मांग
ग्रामीण दिलीप दास ने बताया कि बालू का अभाव से लोग पीएम आवास व निजी मकान नहीं बना पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे यहां स्वर्णरेखा, करकरी, कांची आदि बड़े नदी रहते हुए भी लोगों को बालू नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने सरकार से जल्द घाटों का नीलामी करने का मांग किया है एवं जेएस एम डीसी से क्षेत्र के लोगों को बालू देने का सरल नियम बनाने का मांग किया है. वहीं जेएस एम डीसी घाट के बालू प्रभारी अमूल्य रत्न प्रामाणिक से बात करने पर उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर में भी बालू देने का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों द्वारा आनलाइन बुक नहीं कराया जा रहा है, जिससे ट्रैक्टरों पर बालू नहीं दिया जा सकता है.
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