JHARKHAND POLITICS :झारखंड के बोरियो विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह झामुमो के कद्दावर नेता लोबिन हेंब्रम राजमहल लोकसभा सीट से पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. उनका कहना है कि अगर पार्टी की ओर से उन्हें टिकट नहीं दिया गया तो वे निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं.
बकौल लोबिन हेंब्रम सांसद विजय हांसदा का लोग विरोध कर रहे हैं. अपने कार्यकाल में विजय हांसदा सभी लोगों तक नहीं पहुंचे. उनकी समस्याएं नहीं सुनी और न ही उनकी समस्याओं का ही समाधान किया है.
विजय हांसदा दो बार रह चुके हैं सांसद
इधर सांसद विजय हांसदा की बात करें तो वे लगातार दो बार से चुनाव जीत रहे हैं. 2014 और 2019 में उन्होंने जीत दर्ज की है. तीसरी बार भी पार्टी की ओर से उन्हें ही टिकट देने की योजना है. 2004 में झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने राजमहल से जीत दर्ज की थी. 1989 और 1991 में झामुमो की टिकट पर साइमन मरांची दो बार सांसद बने थे. भाजपा के सोम मरांडी ने 1998 में चुनाव जीता था.
हेमंत सरकार पर भी खोलते रहे हैं मोर्चा
विधायक लोबिन हेंब्रम की बात करें तो वे शुरू से ही सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं. खासकर हेमंत सोरेन सरकार पर बराबर बोलते रहते थे. अब जब उन्होंने साफ कह दिया है कि उन्हें राजमहल से टिकट चाहिए. ऐसे में अगर उन्हें तरजीह नहीं दी जाती है तो वे भी अपनी राह चल सकते हैं.
अब क्या करेगी झामुमो
सीता सोरेन को सरकार में डिप्टी सीएम नहीं बनाए जाने से नाराज होकर भाजपा में चली गई. क्या लोबिन हेंब्रम भी पार्टी छोड़ देंगे. ऐसे में अब झामुमो को क्या करना चाहिए. लोग इसी बात पर चर्चा कर रहे हैं.