बालेश्वर : बालेश्वर जिले के बाहनगा स्टेशन पर 2 जून की शाम हुई ट्रेन हादसे की जांच अब सीबीआइ की 10 सदस्यीय टीम ने शुरू कर दी है. सीबीआइ जांच की मांग रेलवे बोर्ड की ओर से की गयी थी. इसके बाद रविवार को ही इसका जिम्मा सीबीआइ को दे दिया गया था. सीबीआइ की टीम सोमवार को ही बालेश्वर पहुंच गयी थी, लेकिन ट्रेन हादसे की जांच मंगलवार से शुरू की गयी है. अब सीबीआइ अपने स्तर से पूरे मामले को देख रही है.
ट्रेन हादसे के बाद रेलमंत्री ने दूसरे दिन ही कह दिया था कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की सेटिंग बदले जाने के कारण घटना घटी थी. साथ ही कहा था कि आरोपियों की भी पहचान कर ली गयी है. इसका खुलासा ट्रेन परिचालन शुरू कराने के बाद ही कर दिया जायगा, लेकिन अब रेलमंत्री से लेकर बाकी रेल अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है. रेल अधिकारी भी साफ जवाब दे रहे हैं कि जब सीबीआइ जांच कर रही है तो वे क्या कह सकते हैं.
रेल सुरक्षा आयुक्त ने लिया घटनास्थल का जायजा
रेल सुरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक ने मंगलवार को घटनास्थल का जायजा लिया. वे बाहनगा बाजार रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. इसके बाद वे कंट्रोल रूम, सिग्नल रूम और सिग्नल प्वाइंट पर भी गये थे. घटना के बाद रेल पुलिस ने ट्रेन हादसे के बाद भारतीय दंड संहिता और रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
लावारिस रेल यात्रियों के शवोंका भी होगा अंतिम संस्कार
ट्रेन हादसे में मरनेवाले लावारिस रेल यात्रियों के शवों का भी अंतिम संस्कार रीति रिवाज के साथ करने की घोषणा रेलवे की ओर से की गयी है. श्री देवोत्थान सेवा समिति ने बालासोर में हुई भयावह रेल दुर्घटना में लावारिस शव के दाह संस्कार करने के बाद रखे अस्थि कलश को वैदिक रीति से विसर्जन करने का निर्णय लिया है. अस्थि को हरिद्वार के कनखल सतीघाट पर वैदिक रीति के साथ 100 किलो दूध की धारा के साथ विसर्जन किया जाएगा.