पूर्वी सिंहभूम :झामुमो से विदा लेने के बाद पूर्व सीएम चंपाई सोरेन अब अपने दो बेटों बाबूलाल और वकील सोरेन के साथ नजर आ रहे हैं. वे बुधवार को पोटका के हाता इंपीरियर रिसॉर्ट में पहुंचे हुए थे. पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि मैं अपने कार्यकर्ताओं और लोगों से मिल रहा हूं. उनकी राय जानने का प्रयास कर रहा हूं. मेरे पास तीन विकल्प थे. पहले विकल्प के तौर पर मैं राजनीति से संन्यास लेना चाहता था. मगर लोगों के उत्साह ने मुझे संन्यास लेने से रोक दिया. अब मेरे पास दो ही विकल्प है. इसके तहत एक तो अलग संगठन बनाकर चुनावी मैदान में उतरूंगा और कोल्हान को मजबूत करने का काम करूंगा. साथ ही यदि कोई दूसरा विकल्प जिससे हमारे विचार मिलते हैं तो मैं उस पार्टी से समझौता करने को भी तैयार हूं.
मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा में सबसे वरिष्ठ रहा हूं. गुरु जी के बाद मेरा नंबर आता है और मैं झामुमो से विदा ले चुका हूं. अब मैं अपने बलबूते पार्टी खड़ा करूंगा. मैंने अपने बलबूते कोल्हान के विभिन्न कंपनियों में मैंने 15 हजार से ज्यादा मजदूरों को स्थाई करने का काम किया है. मैं पार्टी में नहीं रहते हुए भी मुझमें उतनी क्षमता है कि मैं एक सच्चा सिपाही की तरह कार्य करूंगा. साथ ही मैं झामुमो को तोड़ने पर विश्वास नहीं रखता. मैं झामुमो विधायक को तोड़ने का काम नहीं करूंगा. प्रेसवार्ता के दौरान पोटका के दर्जनों झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित थे.
कार्यकर्ताओं में है उत्साह
निरूप हांसदा, शंकर मुंडा, उज्जवल मंडल ने कहा कि मैं पूर्व मुख्यमंत्री के आदर्श से काफी प्रभावित हूं इसलिए मैं चंपाई सोरेन के साथ हूं. इसी तरह कई कार्यकर्ताओं ने भी चंपाई सोरेन को समर्थन में खड़े रहने का संकल्प लिया. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि मेरा 5 महीने का कार्यकाल बिल्कुल आईने की तरह रहा है. मैंने साफ-सुथरा एवं कैलेंडर बनाकर काम किया.