जमशेदपुर : शहर के अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने कहा है कि प्राइवेट स्कूलों में भी बार-बार बंदी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है. प्रचंड गर्मी में स्कूलों के प्रिंसिपल और प्रशासनिक भवनों में एसी का आनंद लेते हैं लेकिन यह सुविधा बच्चों को नहीं देते. निजी स्कूलों के पास इतने पैसे हैं कि वह हर क्लास रूम में वातानुकूलित सुविधा देकर बच्चों की पढ़ाई करवा सकते हैं. शहर में इन दिनों प्रचंड गर्मी और गर्म हवा के कारण स्कूली बच्चे को काफी परेशानी हो रही है.
स्कूल खोलने का समय हो गया. गर्मी छुट्टी समाप्त होने पर है अभी स्कूल प्रबंधन को जिला प्रशासन से क्या आदेश मिलता है इसको देखना पड़ेगा. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के सभी प्रबंधन को चाहिए कि स्कूलों में बार-बार बंदी करने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है. इसपर विचार करें और हर क्लास रूम में बच्चों के लिए वातानुकूलित सुविधा उपलब्ध करवाएं. अगर स्कूल खोलने को लेकर और तारीख बढ़ाई गई तो बच्चों को क्षति पूर्ति कैसे होगी. इसका भी ख्याल स्कूल प्रबंधन को ध्यान रखना पड़ेगा. बच्चों का सिलेबस बढ़ते जा रहा है. इस परिस्थिति में बच्चों का सिलेबस कैसे पूरा होगा. यह जिम्मेदारी भी स्कूल प्रबंधन की बनती है.
बैठक कर ठोस निर्णय लें
बच्चों की पढ़ाई लगातार जारी रहे और उसका सिलेबस पूरा हो सके इस पर प्रबंधन को अभिभावकों के साथ मीटिंग कर कोई ठोस निर्णय लेना चाहिए. स्कूल प्रबंधन मेंटेनेंस के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूल करते हैं. बच्चे को उस तरह की सुविधा नहीं दी जाती है इस पर भी विचार होना चाहिए.