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सालगाझड़ी स्टेशन पर कहीं रात को अनैतिक कार्य तो नहीं होता है?
राम सिंह मुंडा का कहना है कि इस समस्या को लेकर सांसद तक को भी अवगत करा दिया गया है. बावजूद किसी तरह की पहल नहीं की गई है. यहां से रोजाना 40 से 50 हजार यात्री सवार होते हैं. इसमें सब्जी विक्रेता, डेली मजदूर और डेली व्यापारी भी शामिल हैं. रात के समय लाइट की भी व्यवस्था नहीं की गई है. सालगाझडी रेलवे फाटक से गोविंदपुर फाटक तक की सड़क जर्जर है. अंडर ब्रिज को भी बंद कर दिया गया है. इन्हीं सभी समस्याओं को लेकर भाजपा नेता राम सिंह मुंडा ने चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम से मिलने की योजना बनायी है. बावजूद पहल नहीं होने पर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी गई है.
जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर ही सालगाझड़ी रेलवे स्टेशन है. इसे स्टेशन का दर्जा कई दशक पहले ही दे दिया गया था. स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को टोटा होने पर भाजपा झारखंड प्रदेश अनुसूचित जनजाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी राम सिंह मुंडा का कहना है कि कहीं स्टेशन पर रात के समय अनैतिक कार्य तो नहीं होता है.
आखिर सालगाझड़ी को लेकर रेल के वरीय अधिकारी क्यों चुप्पी साधे हुए हैं. जब स्टेशन का दर्जा दे दिया गया है तब यहां पीने का पानी तक की सुविधा क्यों नहीं दी गई है.