चाईबासा : एक छोटे से आपसी झगड़े ने ऐसा तूल पकड़ा कि गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरी सहित तीन लोगों को जेल जाना पड़ा। इसका खुलासा तब हुआ जब मामले में जेल गए सतीश प्रधान के दो दोस्तों ने उस दिन की घटना का आंखों देखी बयान किया। सतीश प्रधान के दोस्त शुभम ने बताया की उसके चाचा के साथ सुरेश बर्मन ने मारपीट की थी। वह मामले को सुलझाने के लिए गया था। उसके साथ उसके दो दोस्त सतीश प्रधान और गोलू थे। वह मौके पर जाकर सुरेश बर्मन से मारपीट के मामले में जानकारी ही ले रहा था की कमलदेव गिरी और आस-पास मौजूद लोगों ने धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी। जिससे माहौल बिगड़ गया। दस मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और दूसरे दिन कमलदेव गिरी, सुरेश बर्मन और सतीश प्रधान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के प्रत्यक्षदर्शी शुभम और गोलू ने बताया की इस मामले में ना तो विधायक सुखराम उरांव का कोई लेना-देना है और ना ही किसी का कोई राजनितिक हस्तक्षेप है। यह झगडा पूरी तरह से निजी था। छोटा सा झगडा था जिसे आपसी समझदारी से सुलझाया जा सकता था. लेकिन मामले को तूल देकर तीन लोग बेवजह जेल चले गए।