जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड में सिंचाई जल की काफी किल्लत दिख रही है। तालाब, डोभा सूखते जा रहे हैं । किसान जल समस्या को लेकर काफी चिंतित हैं। इस समय होने वाली खीरा की फसल पानी के अभाव के कारण काफी प्रभावित हो रही है। फसल खीरा का फल पानी के अभाव में छोटा एवं कीटाणु का शिकार हो रहा है मुख्य सड़क के किनारे रांगाटांड के किसान कालीपद महतो करीब 2 बीघा में खीरा की खेती किए हैं। सिंचाई के अभाव में फसल का उत्पादन ठीक से नहीं हो पा रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए जहां सरकार काफी चिंतित हैं ।वहीं पटमदा के किसान जल समस्या को लेकर चिंतित दिख रहे हैं। खेतों में पटवन के लिए सिंचाई जल तक की सुविधा नहीं हो पा रही। छोटे-छोटे डोभा से सिंचाई कर फसल को लगा रहे हैं लेकिन पर्याप्त सिंचाई जल नहीं होने के कारण गर्मी के दिनों में होने वाली सभी फसल झुलस जा रहे हैं। रांगाटांड के कालीपद महतो बताते हैं कि साझेदारी में करीब 2 बीघा में खीरा की खेती की है ।आसपास के डोभा से पानी की सिंचाई कर पौधा तो तैयार हो जाता है। लेकिन फलन कि बारी आते ही पानी की काफी कमी पड़ गई । इस समय खीरा का दर जमशेदपुर बाजार में करीब 15 रुपये किलो बिक रहा है ।लागत का कुछ अंश निकल जाता है। मुनाफा की माने तो कमाई नहीं होती है। पर्याप्त सिंचाई के प्रबंध नहीं होने के कारण सभी किसान खेती करने से भी पीछे हट रहे हैं । पानी के अभाव में फसल नहीं होने से मुनाफा नहीं हो पाता। किसी प्रकार से लागत राशि मिल पाती है।