जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा साकची में संचालित अल्पसंख्यक महिला छात्रावास की कैंटीन को लेकर आखिरकार मंगलवार को बम फूट ही गया. कैंटीन को जब सीजीपीसी ने टेक ओवर करना चाहा तो उस पर कब्ज़ा ज़माने वाले जोगिंदर सिंह जोगी तिलमिला गए. वे अपने समर्थकों के साथ छात्रावास पहुंचे और सेवादार से हाथपाई कर ली. आरोप है की जोगी ने महिला कर्मियों का मोबाइल भी छिन लिया. इस दौरान सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह से फोन पर दुर्व्यवहार भी किया गया. वह भी उस वक्त जब भगवान सिंह के परिवार में दुखों का पहाड़ टूटा हुआ है. उनके पिता की पार्थिव देह पड़ी हुई है. तब भगवान सिंह भागे भागे साकची पहुंचे और जोगी को बाहर किया गया और घोषणा की कि कैंटीन अब सीजीपीसी ही संचालित करेगी. हंगामे की सूचना पर साकची पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया. एसएसपी को भगवान सिंह ने घटना की सूचना दे दी है. बताया जाता है की सतेंद्र सिंह रोमी ने भी पंजाब से भगवान सिंह के साथ अपशब्द कहे. उसके बाद भगवान सिंह के भाई का एक ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह सभी प्रधानों को भगवान सिंह का साथ देने के लिए एकजुट होने का आह्वान कर रहे थे.
बता दें की चुनाव के समय से ही कैंटीन को सीजीपीसी द्वारा संचालित करने की बात हुई थी. लेकिन चुनाव में भगवान सिंह का खुलकर साथ दे रहे जोगी व रोमी कैंटीन चलाना चाहते थे. इसे लेकर पूर्व में भी बहस हुई थी, लेकिन चुनाव तक शांत रहने को कहा गया था. चुनाव के बाद 12 जनवरी से जोगी और रोमी ही कैंटीन चला रहे थे. मालूम हो की सीजीपीसी के विवाद में सबसे बड़ा कारण कैंटीन ही रही है. सीजीपीसी में जो प्रधान उसका बंदा ही कैंटीन चलाता आया है, क्यूंकि यहां से सूखी डेढ़ लाख की गाढ़ी कमाई होती है.