JHARKHAND WEATHER :झारखंड मौसम विभाग की ओर से मॉनसून के बारे में पिछले 8 दिनों पूर्व से ही कहा गया था कि संताल के रास्ते प्रवेश करेगा. बीच में एक दिन बारिश भी हुई थी. इसके बाद लोगों को लग रहा था कि शायद अब मॉनसून ने दस्तक दे दिया है, लेकिन अब मॉनसून के इंतजार में लोगों की आंखें पथराने लगी है. मॉनसून की आस में लोग निराश होने लगे हैं. मॉनसून 65 फीसद कमजोर है. शुक्रवार को पाकुड़ और साहिबगंज में नाम के लिए ही मॉनसून की बारिश हुई है. बाकी का हिस्सा सूना है.
आसमान पर पिछले तीन दिनों से लगातार बादल देखे जा रहे हैं, लेकिन बारिश का नामोनिशान नहीं है. लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलती है कि बारिश होने वाली है, लेकिन बारिश नहीं होने पर वे निराश हो जाते हैं.
21 जून को नहीं हुई झमाझम बारिश
मौसम विभाग की ओर से साफ घोषणा की गई थी कि 21 जून से लेकर अगले 4 जुलाई तक झमाझम बारिश होगी, लेकिन उस दिन से लेकर आजतक बूंदा-बांदी तक नहीं हुई है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर भी झारखंड के लोग उंगली उठाने लगे हैं.
पारा गिरा, लेकिन मॉनसून का इंतजार
झारखंड का पारा दिनों-दिन गिर रहा है. राजधानी रांची की बात करें तो वहां का पारा 30 पर पहुंच गया है जबकि जमशेदपुर का 36 डिग्री पर है. तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. लोगों को मॉनसून के आने का अब भी इंतजार है.