चाईबासा : ओड़िशा राज्य के राउरकेला स्थित राउरकेला स्टील प्लांट से शुक्रवार को तीन टैंकर में करीब 40 टन आक्सीजन हरियाणा भेजी गई है। वैसे तो चक्रधरपुर रेल मंडल के राउरकेला स्टेशन से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से कुल चार टैंकरों के जरिये 60 टन ऑक्सीजन भेजे जाने की तैयारी पूरी हो चुकी थी. लेकिन ट्रेन रवाना होने के दौरान रैक में लोड किए गए एक टैंकर की ऊंचाई ज्यादा होने के कारण वो टैंकर रेलवे की ओएचई बिजली तार के संस्पर्श में आने लगी। ईस कारण आनन-फानन में एक टैंकर को ऑक्सीजन एक्सप्रेस के रैक से उतारा गया।राउरकेला रेलवे जंक्शन से ऑक्सीजन एक्सप्रेस शुक्रवार की दोपहर करीब 12.10 बजे छूटी।जो कि रायगढ़-चांपा-बिलासपुर व कटनी होते हुए हरियाणा को पंहुचेगी। यह पहला मौका था जब राउरकेला जंक्शन से जिंदगी बचाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना हुई। इससे पहले अप्रैल 27 को बोकारो स्टील प्लांट से एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस राउरकेला जंक्शन को होते हुए जबलपुर को रवाना हुई थी। शुक्रवार ऐसा पहला मौका था जब ट्रेन से पहली बार ऑक्सीजन एक्सप्रेस राउरकेला से अन्य शहरों को रवाना हुई।
अन्य राज्यों की तरह हरियाणा में भी ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इन सभी राज्य के लिए राउरकेला स्टील प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। आगामी दिनों में देश के अन्य राज्यो के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना करने के लिए चक्रधरपुर रेल मंडल और राउरकेला स्टील प्लांट पूरी तरह से तैयार नजर आ रहे है।
ग्रीन कारीडोर से गुजरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस
शुक्रवार को ऑक्सीजन एक्सप्रेस को रवाना करने के लिए रेलवे के हर मंडल में ग्रीन कारीडोर बनाया गया है। इसमें चक्रधरपुर, रायगढ़, चांपा, बिलासपुर, कटनी मार्ग भी शामिल है। ट्रेन इसी रेलमार्ग से गुजरी। इसकी जानकारी बिलासपुर रेल मंडल समेत मार्ग के सभी रेल मंडलों को दी गई थी। इसलिए हर एक स्टेशन में अमला सतर्क नजर आया, ताकि परिचालन के दौरान सिग्नल या अन्य किसी भी तकनीकी अड़चनें न आएं। यूं तो कोरोना महामारी के दौरान राउरकेला स्टील प्लांट से देश के विभिन्न राज्यों में सड़क मार्ग से मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन ऑक्सीजन संकट को दूर करने के लिए चक्रधरपुर रेल मंडल के साथ मिलकर रेल मार्ग के सहारे ऑक्सिजेन भेजने का प्रयास शुक्रवार को पहली बार किया गया है।