Seraikela-Kharsawan : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नही ले रहा है। जंगली हाथियों का उत्पात को नियंत्रण करना वन विभाग के लिए चुनौती बन गई है। वर्तमान में अनुमंडल क्षेत्र में 45 से 50 की संख्या में जंगली हाथी मौजूद है। जंगली हाथी दिनदहाड़े धान खेतो में फसलों को अपना निवाला बना रहा है। हाथियों के खेतों के डेरा जमाने से किसान काफी चिंतित है। वहीं वन विभाग के लिए भी चिंता बनी हुई है। कुछ दिन पहले बाना और गुंडा बिहार के बीच जंगली हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पर आ गया था। जिससे ट्रेन के धक्के से एक जंगली हाथी को चोट लगी थी। जिसके बाद वन विभाग ने चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के सभी रेलवे स्टेशन को पत्र लिखकर हाथियों की काफी संख्या के ट्रैक के आसपास मौजूदगी की हवाला देकर क्षेत्र में रेल की गति सीमा को कम करने को कहा है। वन विभाग खुद रेलवे ट्रैक के पास ड्राइव चला रही है ताकि हाथियों को कोई नुकसान नहीं हो। इधर, आजसू नेता खगेन महतो ने जंगली हाथियों से जानमाल की सुरक्षा की मांग को लेकर रेंजर शशि प्रकाश रंजन को ज्ञापन सौंपा। रेंजर ने बताया की वन विभाग हर संभव प्रयास कर रही है तथा हाथी प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों के बीच पटाखा का वितरण कर रही है।