चाईबासा : चीरू पंचायत के ग्राम ईचकींग में देशाऊल फाउंडेशन के चीफ साधु हो बानरा की पहल पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ बैठक की। बैठक में ग्राम के सरना पूजा स्थल देशाऊली को अतिक्रमण से मुक्त करने को लेकर चर्चा की गई। इसका संरक्षण एवं प्राकृतिक विकास के साथ – साथ विभिन्न सामाजिक पहललुओं पर ग्रामीणों के साथ विचार -विमर्श किया गया। इसी क्रम में ग्रामीणों ने देशाऊली का घेराबंदी व चारदिवारी निर्माण कराने का प्रस्ताव दिया। आदिवासी हो समाज युवा महासभा के जिलाध्यक्ष गब्बर सिंह हेमब्रम ने ग्रामीणों के प्रस्ताव पर समर्थन देते हुये बैठक में विचार रखा कि प्राकृतिक स्थल देशाऊली पर आस्था नहीं रखने के वजह से आज हम सभी विभिन्न त्योहारों के बहाने हिन्दुत्व और ईसाईयत में धर्मान्तरण हो रहे हैं । इससे धार्मिक अस्तित्व खतरे के कगार पर है । भाषा – संस्कृति से सामाजिक स्तर पर नयी पीढ़ी को अवगत कराना जरुरी है और युवाओं को इसकी जिम्मेदारी लेनी जरुरी हो गई है। ग्रामीणों ने अगली बैठक में देशाऊली के संरक्षण के प्रति सामाजिक और लोकतांत्रिक स्तर पर आवश्यक कदम उठाने के प्रस्ताव पारित किये । प्रकृति की रक्षा के दिशा में प्रबंध नारा बियुसेस मिलन ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने भी विचार रखे ।
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में प्रबंध नारा महासचिव प्रकाश पुरती, बियुसेस मिलन से शंकर सिद्धू, आदिवासी एसोशिएसन से विजय सिंह बनरा, मनोज बिरुआ, जातुवा हेम्ब्रम, हरिचरण बनरा, चोकरो बानरा, दुर्गा गागराई, सिकुर गागराई, हरि बानरा, सूरा दोंगो आदि ग्रामीण उपस्थित थे।